मध्य प्रदेश के भिंड में बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र होने तक शिक्षक रहेंगे नजरबंद, पहले दिन डाइट में बैठाए गए

मध्य प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं और भिंड में नकल को रोकने के लिए अजीबो-गरीब तरीका अपनाया गया है। स्टूडेंट को घर पर ट्यूशन देकर पढ़ाने वाले सरकारी शिक्षकों को प्रश्न पत्र होने तक के लिए थाने में बुलाकर नजरबंद रखे जाने का जिला प्रशासन की ओर से फरमान जारी किया गया है। पहले दिन ऐसे करीब आधा दर्जन शिक्षकों को थाने बुलाने के बाद डाइट में नजरबंद किया गया।

माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा शुरू होने पर भिंड के कलेक्टर के आदेश पर कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षकों को परीक्षा के दौरान पुलिस थाने में हाजिरी देने बुलाया गया। उन्हें तब तक थाने में हाजिर रहने के आदेश थे जब तक परीक्षा का प्रश्न पत्र का समय खत्म नहीं हो जाता। थाने से डाइट में नजरबंद किए गए शिक्षको का वीडियो वायरल हुआ है।

बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए भिंड में जिला प्रशासन की ओर से तुगलकी फरमान जारी हुआ जिसमें कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षकों को थाने में हाज़िरी देनी होगी। आदेश में कहा गया है कि ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों को परीक्षा के समय थाने में बैठना होगा। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन मेहंगाव में शिक्षकों को थाना में बैठना पड़ा तो भिंड में सोशल मीडिया पर इनके वीडियो व फोटो वायरल हो गए हैं। प्रशासन ने शिक्षकों को थाने से डाइट परिसर में नज़र बंद कर दिया गया जिसको लेकर शिक्षकों में काफ़ी रोष व्याप्त है।

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किए गए तुगलकी फरमान के बाद आज के एग्जाम के पेपर इंग्लिश के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा थानों में हाजिरी देने का सिलसिला शुरू हो गया है। भिंड के डाइट परिसर में बनी एक बिल्डिंग में बैठाए गए शिक्षकों ने बताया कि उन्हें एसडीएम द्वारा थाना में सुबह 8 बजे पेश होने और परीक्षा समय तक रहने का निर्देश दिया गया। आज जब सहयोग के हिसाब से वे थाने पहुँचे तो वहाँ से भगा दिया गया और फिर डीईओ ने उन्हें डाइट में आने को कहा है। इस तरह की स्थिति बेहद अपमानजनक है क्योंकि उनसे अपराधियों के सामान व्यवहार किया जा रहा है, कोचिंग पढ़ाने वाले इन शिक्षकों का कहना है की उन्हें आज इस बात का दुःख है की वे शिक्षा के क्षेत्र में है।

कलेक्टर ने कहा सभी प्रश्न पत्र की परीक्षा में जारी रहेगी व्यवस्था
शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश को शिक्षक की गरिमा के प्रतिकूल बताया और कहा कि इसका अपने प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से विरोध दर्ज कराएंगे। मामले में भिंड कलेक्टर सतीश कुमार का कहना था कि शिक्षकों के थाने में बैठने की आज की व्यवस्था यथावत रहेगी। हालाँकि कल से विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को अनियंत्र स्थानों पर बैठाया जाएगा। सम्भव होगा तो सभी भिंड बुलाकर कलेक्ट्रेट या किसी एक परिसर में बैठने की व्यवस्था की जाएगी।

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