MP बोर्ड का आज 10th का हिंदी पेपर … भिंड में दोस्त की जगह बीएससी का छात्र दसवीं का दे रहा था पेपर, पकड़ाया; प्रदेश में 400 अतिसंवेदनशील केंद्र
एमपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हो गईं। भिंड में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया है। वह अपने दोस्त की जगह दसवीं में हिंदी का पेपर दे रहा था। मामला शांति किशोर डीएलएड कॉलेज का है। यहां पर 10वीं का छात्र रोमी निगम को हिंदी का पेपर में शामिल होना था। उसने अपनी जगह दोस्त शिवम तोमर को बैठा दिया। सिग्नेचर नहीं मिलने पर वह पकड़ा गया। शिवम बीएससी का छात्र है।
भोपाल के एक सेंटर की शिकायत मिली; कलेक्टर के निर्देश पर ऑर्ब्जवर नियुक्त किए
राजधानी भोपाल के कबाड़े खाना शांति नगर के में बनाए गए केंद्र एलजीएम स्कूल की शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे। कलेक्टर के निर्देश के बाद यहां पर दो ऑर्ब्जवर नियुक्त किए गए हैं। यह केंद्र रहवासी इलाके में होने के कारण संदेह के घेरे में है। हालांकि भोपाल के अति संवेदनशील और संवेदनशील 20 केंद्रों में इसका नाम नहीं था।
10वीं बोर्ड का आज पहला पेपर हिंदी का है। छात्रों को सुबह 8.30 बजे केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य था, लेकिन पहला दिन होने के कारण परीक्षा शुरू होने के 5 मिनट पहले तक प्रवेश दिया गया। इस बार 10वीं की परीक्षा में 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं। इसके लिए प्रदेश भर में 3 हजार 861 सेंटर बनाए गए हैं। इनमें से 357 अतिसंवेदनशील और 287 संवेदनशील केंद्र हैं। पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक है।
एक दिन पहले 12वीं क्लास की परीक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। गुरुवार को इंग्लिश के पेपर में मुरैना, भिंड, रीवा संभाग और सतना जिले में एक-एक नकल का केस मिला।
फैक्ट फाइल
- 10वीं क्लास के 10 लाख 66 हजार 791 स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे।
- 10वीं क्लास के लिए 3 हजार 861 केंद्र बनाए गए हैं।
- 287 संवेदनशील केंद्र हैं।
- 357 अति संवेदनशील केंद्र हैं।
हायर सेकंडरी स्कूल (10वीं)
- परीक्षा शुरू होगी : 10 फरवरी 2022
- अंतिम पेपर : 10 मार्च 2022
- समय : सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक
दिव्यांग छात्रों को कई तरह की राहत
एमपी बोर्ड ने परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग या घायल छात्रों को कई तरह की राहत देने का फैसला किया है। इस दौरान दृष्टिहीन, मानसिक विकलांग और हाथ की हड्डी टूट जाने या हाथ की खराबी के कारण लिखने में असमर्थ छात्रों को ये राहत मिलेगी। ऐसे छात्र लिखने के लिए किसी की मदद ले सकते हैं। साथ ही उन्हें विषय चयन, अतिरिक्त समय, परीक्षा शुल्क से छूट, कम्प्यूटर या टाइप राइटर चयन की सुविधा दी जाएगी।