पीलीभीत…गुजरात में घोटाले पर सांसद वरुण गांधी का हमला:बोले- आज जब रोज 14 लोग कर्ज में डूब कर आत्महत्या कर रहे हैं, ऐसे में कुछ धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर

पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपने ट्वीट के जरिए अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को सुबह ट्वीट कर लिखा कि विजय माल्या 9000 करोड़, नीरव मोदी 14000 करोड़, ऋषि अग्रवाल 23000 करोड़। वरुण ने लिखा कि आज जब कर्ज के बोझ तले दबकर देश में रोज लगभग 14 लोग आत्महत्या कर रहे हैं, तब ऐसे धन पशुओं का जीवन वैभव के चरम पर है।

करोड़ों की चोरी करने वाले आराम कर रहे हैं

उन्होंने लिखा कि इस महाभ्रष्ट व्यवस्था पर एक ‘मजबूत सरकार’ से ‘मजबूत कार्यवाही’ की अपेक्षा की जाती है। इससे पहले उन्होंने एक लाख लोगों का गिरवी रखा सोना नीलाम किए जाने के मामले में एक अखबार में छपी खबर को ट्वीटर पर अपलोड करके सवाल उठाया था। वरुण ने लिखा था कि हजारों रुपए का कर्ज न चुका पाने वालों पर कार्रवाई हो जाती है। हजारों करोड़ की चोरी करने वाले ऐशों आराम का जीवन जीते हैं।

ये हैं वरुण के सरकार पर पहले के ट्वीट वार

  • कुछ दिन पहले वरुण ने सीएम योगी को संविदा कर्मियों की मांगों को लेकर घेरा था। उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखकर कहा था कि आपने संविदा कर्मियों को उनकी मांगों को लेकर आश्वासन दिया था। इसके ढाई महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
  • वरुण 19 दिसंबर को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मियों के कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उनके बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनी थीं।
  • UPTET पेपर लीक मामले में वरुण ने सरकार से पूछा था कि आखिर रसूखदारों पर एक्शन कब होगा? उन्होंने कहा था कि ज्यादातर शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनीतिक रसूखदार हैं।
  • कृषि कानून और किसानों के मुद्दे पर भी वरुण सरकार के लिए कई बार असहज स्थिति उत्‍पन्‍न कर चुके हैं। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार को कई बार लेटर लिखा था। इसमें किसानों की मांग को पूरा करने की बात कही थी।
  • वरुण गांधी ने एक किसान के फसल जलाने पर भी BJP को घेरा था। उन्होंने लिखा था कि यूपी के किसान श्री समोध सिंह पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे, जब धान बिका नहीं तो निराश होकर इसमें स्वयं आग लगा दी।
  • वरुण ने केंद्र सरकार के बैंकों के निजीकरण का भी विरोध किया था। वहीं अमेजन, फ्लिपकार्ट पर भी हमला किया था। उन्होंने कहा था कि किसानों के हित में केवल मैं खड़ा हुआ था। इसके विरोध करने की बाकी किसी भी सांसद की हिम्मत नहीं हुई थी।
  • गन्ना मूल्य को लेकर परोक्ष रूप से राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए वरुण ने कहा कि टिकट कटने के डर से पार्टी के नेता ऐसे मुद्दे नहीं उठाते। उन्हें इसका कोई डर नहीं है, क्योंकि उनके परिवार ने निर्दलीय भी चुनाव जीता है।

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