NATO vs Russia War: नाटो और रूस की लड़ाई हुई तो कौन जीतेगा? जानिए किस तरफ कितने सैनिक, पुतिन के पास हैं ये घातक हथियार

NATO vs Russia Military Comparison: यूक्रेन संकट के कारण एक बार फिर रूस और पश्चिमी देश एक दूसरे के आमने सामने खड़े हो गए हैं. दोनों ही सैन्य मामले में काफी मजबूत भी माने जाते हैं.

रूस और यूक्रेन के बीच तना चरम पर है, जिससे युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. रूस ने यूक्रेन के पूर्वी हिस्से डोनबास (Donabass) के दो शहरों दोनेत्सक और लुहांस्क को दो स्वतंत्र क्षेत्रों के तौर पर घोषित कर दिया है. ये दोनों रूस समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण में हैं. रूस की संसद ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के उस प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है, जिसके तहत देश के बाहर सेना का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस तनाव के कारण एक बार फिर अमेरिका और पश्चिमी देश एक दूसरे के आमने-सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं.

रूस की सेना कितनी बड़ी है?

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Prime Minister Boris Johnson) ने हाल ही में खुफिया जानकारी जारी की. जिसमें पता चला कि रूस के 60 बैटल ग्रुप रूस-यूक्रेन सीमा पर हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी उपस्थिति क्षेत्र में एक ‘युद्ध’ को भड़का सकती है क्योंकि पुतिन ने हजारों सैनिकों को यूक्रेन में आने को कहा है. पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा कि रूस पूर्वी यूरोप के क्षेत्रों को कब्जे में लेकर यूएसएसआर के समय वाली स्थिति को वापस पाना चाहता है.

व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर कब्जे की बात से इनकार किया है. उनका दावा है कि वह केवल नाटो के विस्तार का विरोध कर रहे हैं. पुतिन यूक्रेन की सीमा पर सैन्य उपस्थिति मजबूत कर रहे हैं. वर्तमान में सैन्य उपकरणों के साथ यहां 100,000 से अधिक रूसी सैनिक तैनात हैं. ठीक इसी समय पुतिन पड़ोसी देश बेलारूस के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास कर रहे हैं. यहां भी रूस के 30,000 से अधिक सैनिक हैं. जो मिसाइल लॉन्च कर और बम गिराने वाले विमान उड़ाकर अभ्यास कर रहे हैं. इसके अलावा रूसी सैनिक काला सागर में अपने जहाजों के साथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.

आंकड़ों से पता चलता है कि रूस की सेना अमेरिका के बाद दूसरी बड़ी सेना है. सशस्त्र बलों के आंकड़े बताते हैं कि देश में लगभग 1,154,000 सक्रिय सैनिक हैं. सेना को रिजर्व में रखे गए लगभग 250,000 और सैनिकों का समर्थन प्राप्त है. रूस के पास लगभग 6,400 वॉरहेड की आपूर्ति के साथ, परमाणु हथियारों का दुनिया का सबसे विशाल संग्रह है.

नाटो कितना ताकतवर है?

अमेरिका के पास एक लड़ाकू फोर्स है, जो रूस की तुलना में केवल मामूली रूप से बड़ी है. नाटो सदस्यों के पास लगभग 1,346,400 कर्मियों की सेना है. उनमें से मोटे तौर पर 165000 सैनिक तैनात हैं, जबकि 799,500 रिजर्व सैनिक हैं. नाटो 30 देशों का एक ग्रुप है. लेकिन जो सैनिक सक्रिय हैं, वही युद्ध की स्थिति में सबसे पहले उतारे जाएंगे.

नाटो और रूस के सैनिकों की संख्या

रूस की सैन्य ताकत-

  • टैंक- 12,950
  • बख्तरबंद वाहन- 27,038
  • रॉकेट प्रोजेक्टर- 3860
  • एयर पावर (हेलिकॉप्टर)- 4163
  • पनडुब्बी- 62
  • डिस्ट्रॉयर- 16
  • एयरक्राफ्ट कैरियर- 1

(सोर्स- ग्लोबल फायर पावर, आंकड़े संशोधित- नवंबर 2020)

वो देश जो नाटो के सदस्य हैं-

  • अल्बानिया (2009)
  • बेल्जियम (1949)
  • बुल्गारिया (2004)
  • कनाडा (1949)
  • क्रोएशिया (2009)
  • चेक गणराज्य (1999)
  • डेनमार्क (1949)
  • एस्टोनिया (2004)
  • फ्रांस (1949)
  • जर्मनी (1955)
  • ग्रीस (1952)
  • हंगरी (1999)
  • आइसलैंड (1949)
  • इटली (1949)
  • लात्विया (2004)
  • लिथुआनिया (2004)
  • लक्जमबर्ग (1949)
  • मोंटेनेग्रो (2017)
  • नीदरलैंड्स (1949)
  • मैसेडोनिया (2020)
  • नॉर्वे (1949)
  • पोलैंड (1999)
  • पुर्तगाल (1949)
  • रोमानिया (2004)
  • स्लोवाकिया (2004)
  • स्लोवेनिया (2004)
  • स्पेन (1982)
  • तुर्की (1952)
  • यूके (1949)
  • यूएस (1949)

अमेरिका के बाद तुर्की, फ्रांस और जर्मनी के पास सबसे सुसज्जित सेना हैं. यानी इनकी सेना भी बड़ी है. उनके पास लगभग 445,000 (तुर्की) 208,000 (फ्रांस) और 189,100 (जर्मनी) सैनिक हैं. प्रत्येक देश ‘अलग-अलग रणनीति और प्रभाव’ के आधार पर कर्मियों का चयन करता है. कुल मिलाकर, नाटो का कहना है कि उसके पास ‘लगभग 3.5 मिलियन कर्मी हैं. जिसमें सैनिक और सिविलियन शामिल हैं.’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *