10 दिन में 40 टका ब्याज देर रही कंपनी….. करोड़ों जमा कराए लोगों ने… पुलिस बुलानी पडी
झोटवाड़ा में रहने वाली विनोद कंवर की शिकायत पर करधनी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। कंपनी के पदाधिकारी गजेन्द्र और पत्नी सुमन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
जयपुर सिर्फ 10 दिन में चालीस टका ब्याज के लालच में हजारों लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई दांव पर लगा दी। पुलिस के पास अभी तो सिर्फ एक ही महिला पहुंची है जिसने अपनी आईडी पर 600 से ज्यादा लोगों से करीब पौने दो करोड़ रुपए कंपनी मंे निवेश कराए। पुलिस का कहना है कि इस तरह के कई लोग हैं जिन्होनें अपनी आईडी पर अपने नीचे सैंकड़ों लोग जोड़े हैं और उनका पैसा कंपनी मंे इन्वेस्ट कराया है।
दस दिन में रकम चालीस फीसदी ब्याज समेत लौटाने की बात थी लेकिन चार महीने में भी लोगों का पैसा वापस नहीं मिला। झोटवाड़ा में रहने वाली विनोद कंवर की शिकायत पर करधनी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। कंपनी के पदाधिकारी गजेन्द्र और पत्नी सुमन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
चालीस टका ब्याज मिलेगा मूलधन पर , 10 दिन में पैसा लौटा देगी कंपनी
विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि गजेन्द्र और उनकी पत्नी सुमन देवी पिछले साल सितंबर में घर आए थे और बताया था कि कंपनी बाहर से निवेश ले रही है और सिर्फ दस दिन में पैसा चालीस टका ब्याज के साथ वापस भी लौटा रही है। विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि दम्पत्ति ने 26500 रुपए जमा कराने को कहा। शुरु में तो कंपनी ने कुछ लोगों के पैसा चालीस टका ब्याज के साथ वापस भी दिए जिससे विश्वास जमे लेकिन उसके बाद जब लोगों ने पैसा जमा करना शुरु किया तो लाखों रुपए जमा हो गए।
विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि गजेन्द्र और उनकी पत्नी सुमन देवी पिछले साल सितंबर में घर आए थे और बताया था कि कंपनी बाहर से निवेश ले रही है और सिर्फ दस दिन में पैसा चालीस टका ब्याज के साथ वापस भी लौटा रही है। विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि दम्पत्ति ने 26500 रुपए जमा कराने को कहा। शुरु में तो कंपनी ने कुछ लोगों के पैसा चालीस टका ब्याज के साथ वापस भी दिए जिससे विश्वास जमे लेकिन उसके बाद जब लोगों ने पैसा जमा करना शुरु किया तो लाखों रुपए जमा हो गए।
विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि उसने ही अपनी आईडी से 600 से भी ज्यादा लोगों के करीब पौने दो करोड़ रुपए जमा कराए। लेकिन ब्याज तो दूर मूल तक नहीं लौटा। कंपनी के प्रबंधकों से बात की तो उनका कहना था कि मुख्य ब्रांच से पैसा आते ही ब्याज समेत लौटा दिया जाएगा। लेकिन पैसा नहीं मिला। पुलिस ने बताया कि कंपनी की मुख्य ब्रांच हैदराबाद में बताई जा रही है। जिन लोगों ने जयपुर के डायरेक्टर गजेन्द्र और उसकी पत्नी सुमन के कहने पर पैसा लगाया था उन लोगों के बारे मंे जानकारी मिल रही है।
गजेन्द्र और सुमन का नंबर बंद है। विनोद कंवर ने पुलिस को बताया कि कंपनी में काम करने वाली वह सिर्फ एक महिला है जिसने छह सौ से भी ज्यादा लोगों से पैसा कंपनी में लगवा दिया। उस जैसे और भी कई लोग हैं जो कंपनी में सैंकड़ों लोगों का इन्वेस्ट करा चुके हैं। पुलिस का मानना है कि पूरा मामला करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी का है।