Gwalior Highrise Building: हाउसिंग बोर्ड की हाइराइज इमारतों को निगम की अनुमति, अब टेंडर की तैयारी

Gwalior Highrise Building:हाउसिंग बोर्ड के पास एयरफोर्स की एनओसी के साथ ही टीएंडसीपी की विकास अनुज्ञा भी है।

Gwalior Highrise Building: ग्वालियर, एयरफोर्स स्टेशन ग्वालियर के नजदीक मिराज और सुखोई जैसे फाइटर प्लेन के उड़ान क्षेत्र में प्रस्तावित हाउसिंग बोर्ड की सात-सात मंजिल की पांच हाइराइज बिल्डिंगों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दीनदयाल नगर के ए और बी ब्लाक में प्रस्तावित की गईं इन बिल्डिंगों के निर्माण के लिए नगर निगम से अनुमति मिल गई है। हाउसिंग बोर्ड के पास एयरफोर्स की एनओसी के साथ ही टीएंडसीपी की विकास अनुज्ञा भी है। ऐसे में अब इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू किया जाएगा। अब अफसर इस बिल्डिंग के निर्माण के लिए टेंडर जारी करने की तैयारी कर रहे हैं।

दीनदयाल नगर में अब हाउसिंग बोर्ड द्वारा सात-सात मंजिल की पांच हाइराइज बिल्डिंग तैयार की जाएंगी। मिराज और सुखोई जैसे फाइटर प्लेन के उड़ान क्षेत्र में दो मंजिल से ज्यादा ऊंची इमारतें बनाने की अनुमति नहीं होती, लेकिन इस परियोजना के लिए एयरफोर्स से एनओसी मिल गई थी। इसके बाद अफसरों ने तेजी से इस परियोजना के लिए काम शुरू कराया। प्राथमिक तौर पर परियोजना का खाका तैयार कर टीएंडसीपी की विकास अनुज्ञा के लिए आवेदन किया गया, लेकिन मास्टर प्लान में उक्त क्षेत्र में हाइराइज इमारत का प्रविधान न होने के कारण टीएंडसीपी ने सिर्फ ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर की ही अनुमति देने की बात कही। इसके लिए राज्य सरकार से गजट नोटिफिकेशन जारी कराना अनिवार्य था, जिसकी प्रक्रिया में तीन वर्ष लग गए। इसके बाद जब नगर निगम से निर्माण की अनुमति मांगी गई तो संपत्तिकर का मामला अटक गया। बोर्ड का कहना था कि सरकारी एजेंसी होने के कारण उन्हें संपत्ति कर से छूट मिलेगी, वहीं निगम लगभग 42.24 लाख रुपये की राशि जमा करने पर अड़ा रहा। मामला भोपाल तक पहुंचा और यह तय हुआ कि बोर्ड को राशि जमा करनी पड़ेगी। ऐसे में बोर्ड ने यह राशि जमा कर दी। इसके बाद भवन निर्माण की अनुमति के लिए आवेदन किया गया, तो उसमें फ्लोर एरिया रेशो (एफएआर) की गणना गलत हो गई। इसमें एक फ्लोर का एफएआर गलत था, जिसे निगम के कंप्यूटर ने नकार दिया था। इसे भी अफसरों ने दुरुस्त कराकर दूसरा नक्शा लगवा दिया और उसके आधार पर निर्माण की अनुमति मिल गई है।

ये है प्रोजेक्टः दीनदयाल नगर में मप्र हाउसिंग बोर्ड सात मंजिला पांच इमारतें बनाएगा। व्यावसायिक सहित आवासीय इमारतों में कुल 178 आवास बनाए जाएंगे और 129 दुकानें बनेंगी। इस प्रोजेक्ट पर 105 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हाउसिंग बोर्ड जल्द ही यहां फ्लैट और दुकानों की बुकिंग शुरू करने की तैयारी में है। करीब चार साल लंबी प्रक्रिया के बाद इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है। दीनदयाल नगर के सेक्टर ए में होटल के लिए छोड़ी गई 98612 वर्गफीट जमीन पर सात मंजिल की तीन इमारत बनेंगी। इसमें 110 आवास व 84 दुकानें बनाईं जाएंगी। इस पर लगभग 67 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं सेक्टर बी में मंगल भवन के पास स्थित 67507 वर्गफीट जमीन पर सात मंजिला की दो इमारतों में 68 आवास और 45 दुकानें बनाईं जाएंगी। इस पर 38 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

वर्जन-

दीनदयाल नगर में प्रस्तावित हाइराइज बिल्डिंगों के लिए नगर निगम से निर्माण की अनुमति मिल गई है। अब हम जल्द ही निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करेंगे।

कौशलेंद्र चतुर्वेदी, सहायक यंत्री एवं ओएसडी टू चेयरमैन, हाउसिंग बोर्ड

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