आत्मविश्वास पर जहरीला प्रभाव … मसल्स बनाने की चाह में युवा कई समस्याओं की चपेट में

  • फिट और गठीले बदन के वीडियो लगातार देखने से हीन भावना पैदा होती है…

हाईस्कूल के कई अन्य एथलीट्स के समान 16 वर्षीय बॉबी ने प्रोटीन डाइट और एक्सरसाइज से अपने शरीर को मजबूत और फिट बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। वह सप्ताह में छह दिन जिम जाता है। यूट्यूब पर 13 लाख यूजर वाले ग्रेग डाउसेट जैसे बॉडी बिल्डरों के बारे में ऑनलाइन पढ़ता है। वह कहता है,इन लोगों ने मुझे उनके जैसी बॉडी बनाने और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए प्रेरित किया है।

बॉबी का लक्ष्य स्कूल, यूनिवर्सिटी की टीम में जगह बनाने का नहीं है। वह तो टिकटॉक पर अपने वर्कआउट के वीडियो पोस्ट करता है। उसके चार लाख फॉलोअर हो गए हैं। कई लड़कों और युवाओं के लिए सुगठित शरीर डिजिटल संस्कृति का हिस्सा बन गया है। मर्दानगी और ताकत का प्रदर्शन करने वाले वीडियो गेम और फिल्मों के सुपरहीरो जैसे उदाहरण उनके सामने रहते हैं। कई डॉक्टर और शोधकर्ता कहते हैं, ऑनलाइन कंटेंट में लगातार पुरुषों के गठीले बदन की तारीफ का युवाओं के स्वाभिमान और आत्मविश्वास पर जहरीला प्रभाव पड़ता है।

सिक्स पैक से सजे मर्दों के चेहरे उन्हें बेचैन करते हैं। उनमें हीनभावना जगाते हैं। मसल्स बनाने के लिए युवा जमकर प्रोटीन सप्लीमेंट का उपयोग करते हैं। यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। प्रोटीन पाउडर अधिक खाने से शरीर में खाना पचाने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। कुछ ताजा रिपोर्ट बताती हैं कि ऑनलाइन दबाव की वजह से टीनएजर लड़के अपने शरीर के संबंध में खराब महसूस करते हैं। कैलिफोर्निया हेल्थ जर्नल में 2019 में प्रकाशित एक सर्वे में 11 से 18 साल की आयु के 65 प्रतिशत लड़कों ने कहा कि वे अपनी बॉडी से असंतुष्ट हैं। गैर एथलीटों की तुलना में एथलीट अधिक असंतुष्ट पाए गए। वे सीने, हाथों और एब्स की मांसपेशियां बढ़ाना चाहते थे।

दर्शनीय शरीर बनाने की चाह को मनोविज्ञानी बिगोरेक्सिया कहते हैं। इसके तहत लोग ज्यादा वेटलिफ्टिंग करते हैं और वजन कम करने, मांसपेशियां बनाने वाली चीजें अधिक खाते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी मसल्स कमजोर हैं। इस मनोभावना से पीड़ित युवा अपने बाहरी आकार को लेकर बहुत सजग रहते हैं। अक्सर आइना देखते हैं या बिलकुल नहीं देखते हैं। वे परिवार के लोगों और दोस्तों के साथ बैठकर भोजन नहीं करते हैं। खास डाइट के कारण वे सामाजिक तौर पर अलग-थलग पड़ते हैं।

सुगठित शरीर वाले पुरुषों की इमेज को अधिक लाइक्स

2020 में प्रकाशित एक स्टडी में पुरुषों के शरीरों को दिखाने वाली एक हजार इंस्टाग्राम पोस्ट का विश्लेषण किया गया था। साधारण मसल्स और अधिक चर्बी वाले पुरुषों की तुलना में शानदार मसल्स और छरहरे पुरुषों की इमेज को अधिक शेयर और लाइक्स मिले।

क्वींसलैंड, आस्ट्रेलिया में ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी में एप्लाइड साइकोलॉजी की लेक्चरर डॉ.वेया सीकिस आस्ट्रेलिया में 303 युवाओं और 198 हाईस्कूल छात्रों की सोशल मीडिया आदतों के डेटा जुटा रही हैं। उन्होंने पाया कि मर्दानगी दिखाने वाली इमेज ज्यादा देखने से युवाओं में हीनभावना पैदा होती है। ‌उनमें अधिक मसल्स बनाने की इच्छा जागती है।

© The New York Times

एलेक्स हागुड

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