यहां जेल में अपराधियों की बल्ले-बल्ले, शराब, रुपए और असलहे के साथ दिख रहे अपराधियों का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडीओ की असलियत की जांच करने के लिए पुलिस, प्रशासन और न्यायालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने बुधवार को सुलतानपुर जेल में छापेमारी की। वीडीओ जेल के बैरक का ही होने की पुष्टि हुई है। पर, यह नहीं पता चल सका है कि जेल के अंदर शराब, रुपए, असलहे और कारतूस कैसे पहुंचे। जेल में मोबाइल कैसे पहुंचा। जबकि दो दिन पहले ही अधिकारी यहां का निरीक्षण कर वापस हुए थे ।
डीएम सी इंदूमती ने कहा कि जांच में पता चला है कि वायरल वीडीओ सुलतानपुर जेल का ही है। बदमाशों के लिए जेल में सुविधाएं कौन मुहैया करा रहा था। उन्हें मौज-मस्ती के एवज में कौन-कौन उपकृत हो रहे हैं। इन जांच के लिए चार सदस्यीय जांच टीम गठित की जा रही है। जिलाधिकारी के साथ जेल में छापा मारने वालों में न्यायिक अधिकारी के साथ, एसपी सिटी मीनाक्षी कात्यायन ,एसपी ग्रामीण शिवराज, एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय, एसडीएम सदर रामजी लाल शामिल रहे ।
जिम्मेदार आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि मीडिया पर वायरल वीडीओ बैरिक नम्बर 13 सुलतानपुर जिला जेल का ही है। पर, मंगलवार को जांच में कोई आपत्तिजनक वस्तु जेल से नहीं बरामद हो सकी। वायरल वीडीओ में दिख रहे बदमाश इमरान और सिराज अहमद हैं। सिराज को दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा चुका हैं। जेल में निरूद्ध कैदियों ने पूछताछ में बताया है कि दोनो अपने पास मोबाइल फोन रखते थे। यह जांच का विषय है बगैर जेल प्रशासन की मिलीभगत के जेल के अंदर यह सब कैसे हो रहा था। फिलहाल करागार के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हैं।