बेहद खराब है इस शहर की सड़कों के हाल, संसद में गूंजा खस्ताहाल सड़कों का मुद्दा

सांसद गणेश सिंह ने संसद में निर्माणाधीन सड़कों की मॉनिटरिंग कराने की मांग रखी।

सतना. सांसद गणेश सिंह ने सदन में अनुदान मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को केन्द्रीय बजट में करोड़ 99 हजार 108 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जो अब तक का सबसे बड़ा बजट है। निरंतर विकास को देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे देश सचमुच बदल रहा है। अब खराब सड़कों का युग समाप्त हो गया है। मध्य प्रदेश में 58 सड़कें राष्ट्रीय राजमार्ग की बनाई जा रही हैं। इनमें कुछ सड़कों का काम पूरा हो गया है तो कुछ का प्रगति पर है। कई ऐसी भी हैं जिनका काम कतिपय कारणों से बंद पड़ा है। ऐसे में इन सड़कों की मॉनिटरिंग कराया जाना आवश्यक है।

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बेहद खराब है इस शहर की सड़कों के हाल, संसद में गूंजा खस्ताहाल सड़कों का मुद्दा
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सतना से सेमरिया, सिरमौर-जवा मार्ग का परीक्षण कराए जाने की मांग केन्द्रीय मंत्री से की। उन्होंने दमोह से नागौद सड़क मार्ग एवं बमीठा से सतना-बेला मार्ग का काम बन परिक्षेत्र के कारण रुके होने की बात भी सदन में उठाई।

ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर की मांग

सांसद गणेश सिंह ने कहा कि, 40 किलो मीटर की दूरी पर क्रेन एवं एंबुलेंस की सुविधा रखने सांसद ने कहा कि बाणसागर डेम के चलते जिले में एक फारेस्ट सेंचुरी है, जहां पर मारकंडेय आश्रम भी है।

ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की मांग भी लंबित

अगर एक ब्रिज बना दिया जाए तो काफी संख्या में पर्यटक यहां पर आ जा सकेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग क्र.30 की सड़क एक बड़ी कपनी द्वारा बनाई गई थी, लेकिन एक साल के भीतर ही यह सड़क झुकेही से बेला तक उखड़ गई है। सड़क से ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए सर्विसलेन बनाई जानी थी। निर्देश हैं, लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। सतना में ड्राइवर ट्रेनिंग सेन्टर खोले जाने की मांग काफी लंबित है, जिस पर विचार किया जाए।

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