ग्वालियर : 109 दिन बाद अड़ीबाज तीनों पुलिसवाले बर्खास्त ?
सीएम विजिट से पहले एक्शन: 109 दिन बाद अड़ीबाज तीनों पुलिसवाले बर्खास्त
#policeaction सरकारी पिस्टल समेत फरार इनामी एएसआइ, हवलदार और सिपाही को नहीं तलाश पाई पुलिस
ग्वालियर. क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्टा लगवाने वाले को जेल में ठूंसने की धमकी देकर उनके बैंक खातों से 23 लाख 15 हजार रुपया लूटने वाले एआइ मुकुल यादव, क्राइम ब्रांच का हवलदार विकास तोमर और सिपाही राहुल यादव को डीआइजी कृष्णावेनी देशावतु ने बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्ती आदेश में लिखा है तीनों पुलिसवालों ने खातों से जबरिया पैसा ट्रांसफर करवाया था इसके पुख्ता सबूत हैं। घटना सामने आने पर तीनों को तुरंत सस्पेंड किया था। इन्हें थाने में हथियार जमा कर पुलिस लाइन में आमद देना थी, लेकिन तीनों ने आदेश नहीं माना। एसआइ मुकुल यादव, कार्यवाहक उपनिरीक्षक विकास तोमर, आरक्षक राहुल यादव का आचरण अमर्यादित, अनुशासनहीनता है। इसलिए तीनों को सेवा से हटाया जाता है।
सट्टेबाजों से 23 लाख 15 हजार रुपया छीनने वाले एसआइ मुकुल यादव, हवलदार विकास तोमर और सिपाही राहुल यादव पर एक्शन बुधवार को लिया गया। दरअसल गुरुवार को सीएम डॉ. मोहन यादव भी ग्वालियर में प्रशासन और पुलिस के काम की स्थिति देखेंगे। तीनों पुलिसकर्मी 109 दिन से फरार हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है तीनों पर इनाम तो किया है, लेकिन उनके छिपने के ठिकाने पता नहीं चले हैं।
यह है मामला
17-18 सितंबर की रात एमके सिटी (सिरोल) की टाउनशिप के फ्लैट में राजकुमार गायकवाड, अमित सोनी, विवेक पाल, हृदेश पांडेय, जितेन्द्र ठाकुर, करन अहिरवार, अनुराग सिंह, आशीष रजक, अमित कुशवाह, विशाल कुशवाह, उदयभान कुशवाह, सिद्धार्थ अहिरवार, ऋषभ विश्वकर्मा और आकाश रजक को एसआइ मुकुल यादव, हवलदार विकास तोमर, सिपाही राहुल राजावत और उनके साथ भिंड में पदस्थ सिपाही बडे उर्फ कमल यादव ने ऑनलाइन सट्टा लगाते पकड़ा था। पुलिसवालों की टोली पार्टी मना रही थी उस दौरान ऑनलाइन क्रिकेट पर सट्टेबाजी का इनपुट मिला था। सट्टेबाजी में पकड़े गए आशीष निवासी दतिया ने पूछताछ में खुलासा किया था हम लोग फ्लैट में थे, तब इन पुलिसवालों ने दबिश देकर पकड़ा, जेल में ठूंसने की धमकी देकर बैंक खातों की जानकारी ली। तीन बार में 8 लाख, 10 लाख और 5 लाख रुपया अपने खातों में ट्रांसफर किए। फिर धमकाया इस बारे में मुंह खोला तो झूठे केस में फंसा देंगे।
सट्टेबाजों से गनप्वाइंट पर ऑनलाइन 23 लाख रुपए के अलावा तीनों पुलिसवाले सट्टेबाजों के दो मोबाइल फोन और सरकारी हथियार भी लेकर फरार हुए।
लूटा गया पैसा राजस्थान और गुजरात के बैंक खातों में ट्रांसफर होना पता चला।
वारदात खुलने पर फरार पुलिसवालों ने सामने आकर कुछ पुलिस अधिकारियों के नाम का खुलासा करने की धमकी भी दी।
वारदात के 5 दिन बाद एसएसपी ने फरार एसआइ मुकुल यादव, क्राइम ब्रांच के मुंशी (हवलदार) विकास तोमर और सिपाही राहुल पर 10-10 हजार का इनाम घोषित किया।
घटना में शामिल भिंड पुलिस में पदस्थ बडे़ उर्फ कमल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
लूट में वांटेड, पुलिसकर्मी बर्खास्त
लूट के मामले में तीनों पुलिसकर्मी आरोपी थी। इन लोगों ने शासकीय ड्यूटी में जाकर अपराध किया था। यह लोग फरार थे। इन पर इनाम भी है। इसके अलावा विभागीय कार्रवाई भी चल रही थी। जांच पूरी होने पर तीनों दोषी पाए गए हैं। इस आधार पर ग्वालियर रेंज डीआइजी ने तीनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने का आदेश दिया है।
एसएसपी ग्वालियर रेंज