गांव के विकास पर रहेगा नई सरकार का सबसे ज्यादा जोर
– ग्रामीणों, किसानों की परेशानियों के तुरंत निस्तारण के अधिकारियों को निर्देश
– अफसरों के साथ पहली बैठक में सीएम योगी ने स्पष्ट किया सरकार का एजेंडा
– प्रत्येक गांव में सप्ताह में एक बार ‘गांव दिवस’ मनाए जाने के निर्देश
– राजस्व, पंचायतीराज और ग्राम स्तरीय कर्मी ग्राम प्रधान के समन्वय से लगाएं ग्राम चौपाल
– संबंधित अधिकारी मौके पर ही करें ग्रामीणों की सुनवाई
लखनऊ। प्रदेश की नई सरकार का सबसे अधिक जोर गांव के विकास पर रहेगा। लगातार दूसरी बार प्रदेश की सत्ता को संभालने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अफसरों के साथ पहली बैठक की। उन्होंने गांव, ग्रामीण, किसानों की परेशानियों के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होंने सरकार के एजेंडे को स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रत्येक गांव में सप्ताह में एक बार ‘गांव दिवस’ मनाया जाए। गांव, ग्रामीणों और किसानों की समस्याओं का निस्तारण संबंधित अधिकारी मौके पर ही करें।
गांव के विकास पर रहेगा नई सरकार का सबसे ज्यादा जोर…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व, पंचायतीराज और ग्राम्य विकास के ग्राम स्तरीय कर्मियों द्वारा ग्राम प्रधान के समन्वय से ‘ग्राम चौपाल’ लगाने को कहा। इसके माध्यम से ग्रामीण जनता की स्थानीय समस्याओं का समाधान करने। ग्राम सचिवालय की कार्यप्रणाली को सुद्ढ करने के साथ ग्राम सहायकों की तैनाती को भी पूरा करने के उन्होंने निर्देश दिये। सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि थाना, तहसील, ब्लाक स्तर पर ‘गांव दिवस’ का आयोजन करें। लोकल अफसर, पंचायत सचिव, तहसीदार, समेत बीट अधिकारी इसमें मौजूद रहें।
उन्होंने निर्देश दिये कि ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय के अधिकारी भी इस दिन मौजूद होकर ग्रामीणों की शिकायतों को सुनें और उनका तत्काल निस्तारण कराएं। ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जानकारी दें। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं के तत्काल निस्तारण के साथ गांव के विकास में कोई कमी नहीं आने देने की बात भी कही। बता दें कि योगी सरकार नई पारी में भी गांव के विकास को तेजी से बढ़ाने के लिए संकल्पित है। इसके लिए उसने सत्ता संभालते ही तेजी से इसपर काम शुरू कर दिया है।