क्लर्क से बैंक मैनेजर बने धार के ‘धनकुबेर’ की कहानी …
लग्जरी कार और स्पोर्ट्स बाइक का शौकीन, 40 साल में 79 लाख वेतन मिला; 2 करोड़ से ज्यादा का मालिक निकला….
इंदौर लोकायुक्त की टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में धार में बड़ी कार्रवाई की है। मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के मैनेजर राजाराम शिंदे के निवास और ऑफिस पर दो टीमों ने सर्चिंग की। टीम ने शिंदे के कुक्षी की गायत्री कॉलोनी स्थित निवास और मनावर की राधारमण कॉलोनी में शाम 4 बजे तक दस्तावेंज खंगाले। इसमें बैंक मैनेजर की 2.15 करोड़ की प्रॉपर्टी का खुलासा हुआ है।
शिंदे क्लर्क से भर्ती हुए थे। बाद में सुपरवाइजर और फिर मैनेजर बने। 40 साल के कार्यकाल में अब तक 79 लाख रुपए वेतन मिला है। 10 घंटे चली कार्रवाई के दौरान टीम ने अलमारी से लेकर तिजोरी समेत घर के हर हिस्से को खंगाला। टीम को घर से गाड़ियों के काफिले के साथ, सोने-चांदी के जेवर, जमीन, प्लाट के साथ 2 लाख 66 हजार रुपए नकदी भी मिली। कार्रवाई का निरीक्षण करने इंदौर लोकायुक्त एसपी एसएस सराफ भी कुक्षी व मनावर पहुंचे थे।
आंख खुली तो लोकायुक्त की टीम थी सामने
लोकायुक्त की टीम बुधवार सुबह साढ़े 5 बजे बैंक प्रबंधक के कुक्षी स्थित गायत्री कॉलोनी वाले निवास पर पहुंची। टीम ने नॉक किया तो घर पर आराम फरमा रहे शिंदे ने ही दरवाजा खोला। इंदौर से तीन DSP, 7 इंस्पेक्टर सहित कुल 30 लोगों की टीम ने कुक्षी और मनावर में एक साथ कार्रवाई शुरू की। शाम तक घर और ऑफिस का एक-एक कोना खंगाला गया।
छापे में यह सब मिला
DSP प्रवीण बघेल ने बताया कि बैंक प्रबंधक के कुक्षी-मनावर के मकानों पर करीब 10 घंटे चली कार्रवाई में मकान, प्लॉट, खेती सहित वाहनों के बारे में जानकारी जुटाई। इसमें कुक्षी में बना 50 लाख का मकान, मनावर में अलग-अलग स्थानों पर चार प्लॉट, चार कार, 3 बाइक समेत बैंक में 15 लाख रुपए जमा मिले। 35 लाख का सोना और 1.25 लाख की चांदी समेत घर में 2.66 लाख रुपए नकद मिले।
क्लर्क से नौकरी की शुरुआत
बैंक मैनेजर राजाराम शिंदे की नौकरी 1982 में मप्र ग्रामीण बैंक में क्लर्क के तौर पर लगी थी। भर्ती के बाद प्रमोशन होने पर पहले सुपरवाइजर और फिर शाखा प्रबंधक पहुंचे। इस तरह से 40 साल की नौकरी उन्होंने जमकर माल कमाया। उनके पास से आधा किलो के करीब सोने के आभूषण और सवा लाख के चांदी के आभूषण मिले हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट में 15 लाख रुपए, घर से नकदी 2 लाख 66 हजार रुपए मिली। वेतन, एरियर, कृषि और मकान का किराया सहित वैध आय 79 लाख रुपए होनी थी, लेकिन चल-अचल संपत्ति करीब 2 करोड़ 15 लाख 21 हजार 600 रुपए की सामने आई है। शिंदे के फियट, सफारी कार समेत चार कार के अलावा स्पोर्ट्स बाइक भी मिली हैं। उन्होंने बेटे को भी लाखों रुपए कीमत की मंहगी बाइक दिला रखी है।