भिंड का अन्नदाता संकट में ….
मंडी में अनाज व्यापारियों ने नहीं खरीदी फसल, किसानों ने किया हंगामा, अफसर बोले- व्यापारियों के लाइसेंस होंगे निरस्त….
भिंड की कृषि उपज मंडी में फसल बेचने आया अन्नदाता संकट में है। कृषि उपज मंडी में अनाज व्यापारी एकजुट हो गए और उन्होंने सरसों समेत दूसरी फसल को मंगलवार को नहीं खरीदी। व्यापारियों की मनमानी के चलते किसानों में आक्रोश पनप उठा। किसानों ने मंडी कर्मचारियों से अद्रता की। इसके बाद मंडी कार्यालय पर ताला जड़ते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। जब इस बात की सूचना प्रशासनिक अफसरों को मिली। प्रशासनिक अफसरों ने व्यापारियों को चेतावनी दी। मंडी में अनाज की खरीदी न करने की वजह से 48 अनाज व्यापारियों के लाइसेंस निरस्त किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
ये था मामला
दरअसल भिंड जिले में दो तरह से किसानों की सरसों की फसल की खरीदी चल रही है। शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए उपार्जन केंद्र खोले गए हैं। यहां 52 सौ रुपए का भाव में सरसों की खरीदी की जा रही है। इधर, कृषि उपज मंडी में सरसों की फसल 66 सौ से 68 सौ रुपए का भाव चल रहा है। ऐसे में किसान फसल के अच्छे दाम मिलने के फेर में मंडी में फसल को बेच रहे है। समर्थन मूल्य सूने पड़े हुए है। इधर ग्वालियर-चंबल संभाग समेत आस पड़ोस के तेल मिल व्यापारियों की नजर भी सरसों की फसल पर है। ऐसे में दाम में वृद्धि होने की संभावना बन रही है। सरसों की फसल को व्यापारी सस्ते दामों में खरीदकर तेल मिल व्यापारियों को महंगे दामों में बेचना चाहते है। इसलिए एकजुट होकर किसानों ने मंगलवार को फसल की बोली नहीं लगाई। जब किसानों की फसल की बोली नहीं लगी तो उन्होंने मंडी परिसर में हंगामा खड़ा कर दिया। कृषि उपज मंडी कार्यालय पहुंचकर कर्मचारियों से अभद्रता की। कार्यालय पर ताला जाड़ दिया। प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे उन्होंने हालात पर काबू पाया और ताला खुलवाया। इसके बाद व्यापारियों से बातचीत करनी चाही तो वो सामने नहीं आए। एसडीएम उदय सिंह सिकरवार का कहना है कि पंजीकृत 48 अनाज व्यापारियों को नोटिस दिया जा रहा है। इन व्यापारियों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। मुरैना से व्यापारियों को बुलाकर खरीदी कराई जाएगी।