बीपीएल कार्ड से इलाज बंद करने की तैयारी ! नहीं होगा फ्री में इलाज
आउटडोर में पर्ची बनाने वाले कर्मी के अनुसार महंगी लग्जरी गाड़ियों से उतरने वाले बीपीएल का कार्ड दिखाकर पर्ची बनवाते हैं….
भोपाल। शहर में लोगों को गरीब होने का ऐसा शुमार चढ़ा है कि अपने विदेशी नस्ल के कुत्ते-बिल्ली सहित अन्य पालतु पशुओं का इलाज बीपीएल कार्ड से करवा रहे हैं। दरअसल, रईसजादों की इस गरीबी से राज्य पशु अस्पताल प्रशासन भी बखूबी वाकिफ है, लेकिन सरकारी नियम-कायदों ने उन्हें इलाज करने के लिए बाध्य कर रखा है। हालांकि अब विदेशी नस्ल के पालतु पशुओं का बीपीएल कार्ड से इलाज बंद करने की तैयारी हो रही है।
आउटडोर में पर्ची बनाने वाले कर्मी के अनुसार महंगी लग्जरी गाड़ियों से उतरने वाले बीपीएल का कार्ड दिखाकर पर्ची बनवाते हैं और अगर हम उन्हें मना करते हैं या उनका आधार कार्ड मांगते हैं तो वो मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। रोजाना दिनभर में कम से कम 10 से 12 विदेशी नस्ल के कुत्ते-बिल्ली का इलाज करवाने ऐसे लोग आ जाते हैं।
40 हजार का कुत्ता, 1 लाख का बकरा भी गरीब
राज्य पशु चिकित्सालय के वरिष्ठ डॉक्टर के अनुसार लोग पर्सियन कैट से लेकर लेब्राडोर, सेंट बर्नार्ड जैसे डॉग और 1 लाख रुपए तक के बकरे का इलाज भी बीपीएल कार्ड से करवाने आते हैं। इनकी महीने भर की खुराक और रखरखाव में ही हजारों रुपए खर्च हो जाते हैं।