आंध्र प्रदेश में पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफा, CM जगन मोहन की इसके पीछे क्या है रणनीति ?
आंध्र प्रदेश के कैबिनेट के 24 मंत्रियों ने आज अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को सौंप दिया। अचानक जगन सरकार में इस बदलाव के पीछे क्या कारण है? आखिर किस रणनीति के तहत आगे बढ़ रहे जगन?
आंध्र प्रदेश में जगन सरकार की क्या रणनीति है? आखिर वो किस चीज की तैयारी कर रहे जो उन्होंने अपने कैबिनेट के सभी मंत्रियों को ही इस्तीफा देने के लिए कह दिया। इसके बाद आज आंध्र प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने कैबिनेट की एक बैठक में अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को सौंप दिया। कहा जा रहा है कि जगन अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करने वाले हैं जोकि 11 अप्रैल को किया जा सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि अचानक कैबिनेट के पुनर्गठन के पीछे की रणनीति क्या है?
राज्यपाल से की थी मुलाकात
दरअसल, जगन मोहन रेड्डी वर्ष 2024 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं और इसके लिए वो अभी से रणनीति बना रहे हैं। बुधवार की रात अचानक राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ सीएम जगन ने बैठक की थी और मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन को लेकर चर्चा की थी। उसी चर्चा के तहत आज मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। इस बार मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जाएगा लेकिन मौजूद मंत्रियों में केवल चार को ही फिर से मौका मिल सकता है। जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है वो करीब 34 महीने तक इस पद पर बने हुए थे।
दरअसल, जगन मोहन रेड्डी वर्ष 2024 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं और इसके लिए वो अभी से रणनीति बना रहे हैं। बुधवार की रात अचानक राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ सीएम जगन ने बैठक की थी और मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन को लेकर चर्चा की थी। उसी चर्चा के तहत आज मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। इस बार मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जाएगा लेकिन मौजूद मंत्रियों में केवल चार को ही फिर से मौका मिल सकता है। जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है वो करीब 34 महीने तक इस पद पर बने हुए थे।
साल 2024 के चुनाव के लिए रणनीति
जगन मोहन रेड्डी के अनुसार, मंत्रिमंडल में फेरबदल कर वो सत्ता विरोधी रुझान को मात देना चाहते हैं और सभी को काम करने का इस तरह से अवसर भी मिल जाएगा। बता दें कि सोमवार को ही जगन सरकार ने आंध्र प्रदेश में 13 नए जिलों का गठन किया था।
जगन मोहन रेड्डी के अनुसार, मंत्रिमंडल में फेरबदल कर वो सत्ता विरोधी रुझान को मात देना चाहते हैं और सभी को काम करने का इस तरह से अवसर भी मिल जाएगा। बता दें कि सोमवार को ही जगन सरकार ने आंध्र प्रदेश में 13 नए जिलों का गठन किया था।