नागरिकता केंद्र का विषय, राज्य कानून को लागू करने से इनकार नहीं कर सकते: जितेंद्र सिंह
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि राज्य नागरिकता कानून को लागू करने से इनकार नहीं कर सकते. सिंह का यह बयान ऐसे मौके पर आया है जब केरल, पश्चिम बंगाल और पंजाब के मुख्यमंत्री नागरिकता कानून को अपने-अपने राज्य में लागू नहीं करने की बात कह रहे हैं. सिंह ने कहा, “कुछ राज्य कह रहे हैं कि वे अपने यहां नागरिकता कानून को लागू नहीं होंगे, लेकिन उनका यह बयान मेरी समझ से बाहर है क्योंकि यह केंद्र का विषय है. मुझे नहीं लगता कि राज्यों के पास इस कानून को लागू करने से रोकने का कोई विशेषाधिकार है.”
सिंह ने नागरिकता कानून पर जारी हिंसा पर सिंह ने कहा, “स्थिति पहले से बेहतर हुई है. कुछ अनैतिक तत्व हैं जो अपनी राजनीति के लिए इस स्थिति का लाभ उठाना चाहते हैं. कांग्रेस का इसमें बड़ा हाथ है.”
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने सबसे पहले 12 दिसंबर को नागरिकता बिल को असंवैधानिक बताते हुए कहा था कि वह इसे अपने राज्य में लागू नहीं करेंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एनआरसी और नागरिकता बिल का शुरू से विरोध कर रही हैं. उन्होंने नागरिकता कानून के खिलाफ मार्च में शामिल होने की बात कही है. केरल के मुख्यमंत्री भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं. महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता भी नागरिकता कानून को राज्य में लागू नहीं करने के लिए उद्धव ठाकरे पर दबाव बना रहे हैं.
नागरिकता कानून को लेकर बंगाल में विरोध जारी
नागरिकता कानून को लेकर उत्तर-पूर्व और बंगाल में विरोध जारी है. असम में हालात में सुधार हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. पश्चिम बंगाल के 6 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद है. नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर हुई तीन दिनों में हुई हिंसा के बाद यह फैसला लिया गया है. गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में ढील लेकिन इंटरनेट सेवाओं पर फिलहाल रोक जारी है. नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन हिंसक हुआ है. न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, भरत नगर और मथुरा रोड पर आगजनी की गई है. 3 बसों को आग लगाई गई है.