विवादों में इलैयाराजा की किताब … मोदी और अंबेडकर की तुलना पर कांग्रेस-DMK का विरोध; नड्डा बोले- सबको विचार रखने का हक

तमिलनाडु के संगीतकार इलैयाराजा की किताब अंबेडकर एंड मोदी पर बवाल हो गया है। दरअसल, इलैयाराजा ने अपनी किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना डॉ. बीआर अंबेडकर से की है। इस पर DMK और कांग्रेस उनके खिलाफ हो गए हैं। हालांकि, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इलैयाराजा का बचाव किया है।

इलैयाराजा ने किताब अंबेडकर एंड मोदी में दोनों के व्यक्तित्व के बीच समानता दिखाई है।

नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोग भारत के सबसे बड़े संगीतकारों में से एक को अपमानित कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि उनके विचार एक राजनीतिक दल के लिए सही नहीं हैं। नड्डा ने पूछा, ‘क्या यही लोकतंत्र है? हर किसी के अपने विचार हो सकते हैं, इस पर उनका अपमान क्यों करना?’

नड्डा बोले- सभी की अपनी-अपनी सोच
नड्डा ने इस दौरान ऑस्कर विजेता संगीतकार ए आर रहमान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में ए आर रहमान ने अमित शाह के हिंदी को एकीकृत भाषा के रूप में बोले जाने के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। रहमान ने कहा था कि तमिल को देश में लिंक भाषा होना चाहिए। इस पर उनकी प्रशंसा की जा रही है। नड्डा ने कहा कि दोनों ही संगीतकारों की अपनी-अपनी सोच है।

नड्डा ने कहा है कि लोगों के अपने-अपने विचार हैं, इस पर उनका अपमान नहीं करना चाहिए …

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 78 साल के इलैयाराजा को दुनिया भर में उनके संगीत के लिए कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि ‘उस्ताद,’ इसाइगनी’ (संगीत के संत), लेकिन इन नामों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल होने से नहीं बचाया।

कार्ति बोले- दोनों की तुलना अनुचित
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘यह तुलना पूरी तरह से अनुचित है, क्योंकि मोदी की तुलना उस विद्वान के साथ की गई है, जिन्होंने हमारे संविधान को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’

इलैयाराजा का बयान वापस लेने से इनकार
इलैयाराजा के छोटे भाई गंगाई अमरान ने बताया कि वे प्रधानमंत्री मोदी पर की गई अपनी टिप्पणी को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार है। गंगई अमरन ने साल 2017 में भाजपा का हाथ थामा था।

14 अप्रैल को हुआ था किताब का विमोचन
14 अप्रैल को ‘अंबेडकर एंड मोदी: रिफॉर्म्स आइडियाज, परफॉर्मेंस इंप्लिमेंटेशन’ नामक पुस्तक को लॉन्च किया गया था। ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन ने इसे प्रकाशित किया था। इस बुक में अंबेडकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना की गई है। तभी से इस पर विवाद हो रहा है। इलैयाराजा के परिवार को भी इस विवाद में घसीटा जा रहा है।

ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के CEO ने ट्विटर पर किताब के कुछ अंश अपलोड किए थे।

बुक में अंबेडकर और मोदी पर क्या लिखा है
इस किताब में अंबेडकर और मोदी दोनों के व्यक्तित्वों के बीच कुछ समानताएं दिखाई गई हैं। दोनों समाज के अशक्त वर्गों के लोगों के सामने आने वाली बाधाओं के खिलाफ लड़े हैं। दोनों ने गरीबी और सामाजिक ढांचे को करीब से देखा और उन्हें खत्म करने का काम किया। दोनों सोचने के साथ-साथ काम करने में भी विश्वास रखते हैं।

बुक में मोदी के नेतृत्व में भारत की विकास यात्रा को अंबेडकर की दृष्टि के साथ दिखाया गया है। इलैयाराजा ने मोदी की प्रशंसा करते हुए युवाओं को इसे पढ़ने की सलाह दी है, ताकि उन्हें यह बताया जा सके कि ‘न्यू इंडिया’ कैसे बनाया जा रहा है।

इलैयाराजा को दोषी ठहराने वालों की आलोचना
वहीं, इलैयाराजा के बेटे युवान शंकर राजा ने सोमवार को ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की और कैप्शन लिखा, ‘डार्क द्रविड़ियन। प्राउड तमिलियन।’ इस पर भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष के अन्नामलाई ने मीडिया से कहा, ‘मैं काला और उससे ज्यादा द्रविड़ियन और तमिलियन हूं। अगर वह अंधेरा है, तो मैं कौवे की तरह काला हूं।’

अन्नामलाई ने पहले इलैयाराजा को दोषी ठहराने वालों की आलोचना की थी और उन्हें DMK द्वारा बनाए गए एक इकोसिस्टम के शक्ति दलाल बताया था।

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