Bhind … जुआरियों को पकड़ने के लिए पुलिस बनी जुआरी …
जुआ के फड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस ने ड्रम की नाव से पार की नदी, पांच-पांच सौ रुपए दिए एंट्री फीस ….
गोरमी थाना क्षेत्र में चल रहे जुआ को पकड़ने के लिए भिंड पुलिस की साइबर सेल के जवान खुद जुआरी बनकर पहुंचे। जुआ के फड़ तक पहुंचने का रास्ता दुर्गम था। बीहड़ में चल रहे जुआ के फड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस के जवानों ने नदी पार की और नाव में सवार हाेकर दूसरी तरफ पहुंचे। यहां फड़ में शामिल होने के लिए जवानों को पांच-पांच सौ रुपए एंट्री फीस भी देनी पड़ी। यहां कुछ जुआरी पुलिस को पहचान गए और भाग खड़े हुए। पुलिस ने मौके से 37 हजार पांच सौ रुपए नकदी। दो मुख्य आरोपी भी पकड़ लिए।
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान को खबर मिली कि गोरमी के खेरा गांव में नदी के दूसरे पार जुआ का फड़ चलता है। यहां पहुचने से पहले जुआरियों को खबर मिल जाती है। यहां सीधा नहीं पहुंचा जा सकता है। जुआरियों को फड़ तक पहुंचाने के लिए नदी पार कराई जाती है। नदी में ड्रम की नाव है जिस पर बैठकर जाना होता है। दूसरी तरफ से घेराबंदी करके पहुंचने पर मुरैना जिले के पोरसा कस्बे के कई गांव से होकर वापस आना होगा। इस कार्रवाई के लिए एसपी चौहान ने साइबर सेल प्रभारी शिव प्रताप सिंह राजावत व उनकी टीम को जिम्मेदारी सौंपी।
इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए साइबर सेल टीम के जवान एसआई शिवप्रताप सिंह, एएसआई सत्यवीर, प्रधान आरक्षक सतेंद्र यादव, आरक्षक राहुल यादव, आरक्षक यतेंद्र कुशवाह नदी के किनारे पहुंचे। इस पर सवार होकर जुआ के फड़ तक पहुंचे। यहां मौजूद खेरा गांव के गंधर्व सह गुर्जर व श्रीराम जाटव ने पुलिस जवानों से पांच-पांच सौ रुपए जुआ में शामिल होने की एंट्री फीस ली।
इस के बाद जब पुलिस जवान फड़ पर पहुंचे। यहां करीब चालीस जुआरी एकत्रित थे। इसी समय कुछ जआरियों ने शिव प्रताप सिंह व अन्य जवानों को पहचान लिया। इसके बाद जुआरी पुलिस पुलिस बोलकर भाग खड़े हुए। जुआरी सीधे नदी में कूद-कूद कर भागे। पुलिस जवानों ने नदी का खतरा देखते हुए जुआरियों को न पकड़कर जुआ खिलवाने वाले दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस को आरोपियों से जुआ खिलवाने की फीस के 37 हजार पांच सौ रुपए मिले। पुलिस को मौके पर दो बाइक व एक चार पहिया वाहन भी मिला।
जुआरियों को पिकअप करने आती थी लग्जरी कारें
जुआ के इस फड़ की जानकारी भिंड के अलावा मुरैना, इटावा एवं ग्वालियर के जुआरियों को थी। यहां हर रोज बड़ी संख्या में जुआरी आते थे। ये जुआरियों की गाड़ी उन्हें खेर गांव के नदी के किनारे छोड़कर चली आती थी। ये लग्जरी कारें सुबह छोड़कर जाती शाम को पुन: आकर लेकर जाती थी। पुलिस के पहुंचने के बाद आरोपी पकड़े गए है।