एंटीलिया केस में NIA का खुलासा … एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा था मनसुख की हत्या का मास्टरमाइंड, सबूत मिटाने को वझे से लिए 45 लाख रुपए

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के पास से विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो बरामद होने और स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की माैत के मामले में NIA ने बड़ा खुलासा किया है। बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक हलफनामे में NIA ने दावा किया है कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा था। शर्मा के कहने पर ही सचिन वझे ने यह साजिश रची और मनसुख को मार कर ठाणे की खाड़ी में फेंक दिया गया।

NIA की चार्जशीट के मुताबिक, मनसुख, एंटीलिया केस का सारा राज जानता था। प्रदीप शर्मा उसे इस केस की सबसे कमजोर कड़ी मानता था, इसलिए उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग की गई थी। शर्मा ने इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय की इमारत में कई बैठकें की थीं, जहां मनसुख को मारने की साजिश रची गई थी। मनसुख की हत्या के बाद एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वझे ने प्रदीप शर्मा को 45 लाख रुपए दिए थे, जो उसने हिरेन की हत्या करने वाले कुछ लोगों में बांटे थे।

  

शर्मा की जमानत याचिका का किया था विरोध
शर्मा की जमानत याचिका का विरोध करते हुए NIA ने यह भी कहा कि शर्मा निर्दोष नहीं है और आरोप लगाया कि उसने आपराधिक साजिश, हत्या और आतंकी कृत्यों के अपराध किए हैं। न्यायाधीश एएस चंडूरकर और जीए सनप की खंडपीठ ने याचिका पर और सुनवाई के लिए 17 मई की तारीख तय की है। NIA ने अपने हलफनामे में कहा है कि प्रदीप शर्मा एक गैंग का सक्रिय सदस्य था, जिसने एंटीलिया विस्फोटक केस की साजिश रची थी।

ऐसे हुआ था मनसुख हत्याकांड का खुलासा
25 फरवरी 2021 को मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी मिली थी। यह एसयूवी मनसुख हिरेन की थी, जिसे पिछले साल 5 मार्च 2021 को ठाणे के पास एक क्रीक (छोटी नदी) में मृत पाया गया था। जांच में सामने आया है कि शर्मा को डर था कि मनसुख सच्चाई सबसे सामने न ले आए, इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।

अगर मनसुख सच बता देता तो शर्मा और वझे के लिए मुश्किलें खड़ी हो जातीं। NIA ने पूर्व ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ शर्मा को 17 जून 2021 को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है। NIA के अनुसार शर्मा और अन्य आरोपियों ने UPA के तहत अपराध किए हैं।

गिरफ्तारी से पहले NIA ने शर्मा के घर पर की थी रेड
गिरफ्तारी से पहले शर्मा के अंधेरी ईस्ट के भगवान भवन अपार्टमेन्ट में रेड हुई थी और यहां कई घंटे तक शर्मा से पूछताछ भी हुई। सचिन वझे, शर्मा को अपना गुरु मानता था। यह भी कहा जाता था कि उसके आदेश पर ही वझे काम करता था। सूत्रों के मुताबिक शर्मा के मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को NIA ने जब्त किया था और इसमें से ही मनसुख के हत्यारों को पैसे ट्रांसफर करने के सबूत मिले। शर्मा पर एंटीलिया केस में सबूत मिटाने और साजिश में शामिल होने का आरोप है।

प्रदीप शर्मा के खिलाफ NIA को मिले यह सबूत
एजेंसी ने कहा कि जुटाए गए सबूतों से यह साफ है कि प्रदीप शर्मा अपराध में सक्रिय रूप से शामिल था और उसने साजिश, आतंकी कृत्य, आंतकी गैंग का सदस्य बनने का, अपहरण, हत्या और सबूत नष्ट करने का अपराध किया है। NIA के अनुसार मनसुख की हत्या तब की गई थी, जब उसने एंटीलिया वाली घटना का दोष लेने से इनकार कर दिया था।

विनायक शिंदे भी था शर्मा का करीबी
​​​​​​
मनसुख हिरेन की हत्या के केस में अरेस्ट किया गया पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे भी शर्मा का करीबी रहा है। ​शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ चुका शर्मा ठाणे की एंटी एक्सटॉर्शन सेल में रह चुका है। 90 के दशक में उसे मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम में शामिल किया गया था। इस टीम को अंडरवर्ल्ड के सफाए का जिम्मा सौंपा गया था। यहीं से शर्मा एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *