जम्मू-कश्मीर में चुनाव जल्द! परिसीमन का काम पूरा, कश्मीर में 47 तो जम्मू संभाग में 43 सीटों का प्रस्ताव
Jammu and Kashmir Delimitation: सरकार ने जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने की ओर एक और कदम बढ़ा दिया है. धारा 370 की समाप्ति के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के परिसीमन के गठित आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी है.
नई दिल्ली
Jammu and Kashmir Delimitation: जम्मू कश्मीर में धारा 370 समाप्त करने के बाद राज्य के चुनावी नक्शे को तैयार करने का काम पूरा हो गया है. जम्मू कश्मीर परिसीमन आयोग ने आज अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी है. इस रिपोर्ट के जारी होने के साथ ही राज्य में विधानसभा चुनाव कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है. परिसीमन आयोग की अंतिम रिपोर्ट को केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा. जहां से मंजूरी मिलने के बाद जम्मू कश्मीर का चुनावी नक्शा तैयार हो जाएगा.
परिसीमन आयोग से जुड़े सूत्रों के अंतिम रिपोर्ट में कश्मीर घाटी में 47 विधानसभा सीट तो जम्मू संभाग में 43 विधानसभा सीटों के गठन का प्रस्ताव किया गया है. ऐसे में राज्य में कुल मिलाकर 90 सीटें विधानसभा सीटें होंगी. परिसीमन आयोग की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार अनुसूचित जनजाति के लिए 9 और अनुसूचित जाति के लिए 7 सीटें तय की गई हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आयोग ने राज्य के कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ सीटों को रिजर्व करने का प्रस्ताव भी तैयार किया है.
जम्मू कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटे होगी
उल्लेखनीय हो कि जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को समाप्त किए जाने के बाद राज्य के पुनर्गठन के बाद परिसीमन आयोग का गठन किया गया था. जिसका कार्यकाल 6 मई को पूरा हो रहा है. इससे एक दिन पहले परिसीमन आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी. परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में लोकसभा की 5 सीटें होंगी.
24 सीटें पीओके में, 90 सीटों का हुआ है परिसीमन
बताते चले कि कुछ दिन पहले ही मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया था कि 6 मई तक जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा सीटों के परिसीमन का काम पूरा हो जाएगा. आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य में विधानसभा सीटों की कुल संख्या 107 से बढ़ाकर 114 कर दी गई है. लेकिन 24 सीटें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हैं, लिहाजा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के चुनावी नक्शे में 90 सीटों का ही परिसीमन हुआ है.
अमरनाथ यात्रा समाप्त होने के बाद हो सकती है चुनाव की घोषणा
बताते चले कि फरवरी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के परिसीमन की प्रक्रिया जल्द पूरी होने वाली है. अगले छह से आठ महीने में विधानसभा के चुनाव होंगे. कश्मीर के जानकारों की माने तो अमरनाथ यात्रा के बाद चुनाव कराना ज्यादा मुफीद होगा, क्योंकि यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय बल प्रदेश में मौजूद रहेंगे. इधर परिसीमन आयोग की रिपोर्ट पर कांग्रेस, नेकां, पीडीपी, अपनी पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस समेत अन्य ने कहा था किभाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए रिपोर्ट तैयार की गई है.