सूत्र सेवा पर अनदेखी का ग्रहण, परमिट 38 का, दौड़ लगा रही 6 बसें
भिंड-ग्वालियर के बीच मप्र सड़क परिवहन निगम की तर्ज पर शुरू की गई सूत्र सेवा पर अफसरों की अनदेखी का ग्रहण लग चुका है। जहां एक ओर यह बसें ग्वालियर से भिंड और भिंड से ग्वालियर जाने वाले यात्रियों की पसंद बनी हैं, वहीं दूसरी ओर इनकी संख्या बढ़ने की जगह कम होती जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत जिले में 38 बसों को परमि
भिंड-ग्वालियर के बीच मप्र सड़क परिवहन निगम की तर्ज पर शुरू की गई सूत्र सेवा पर अफसरों की अनदेखी का ग्रहण लग चुका है। जहां एक ओर यह बसें ग्वालियर से भिंड और भिंड से ग्वालियर जाने वाले यात्रियों की पसंद बनी हैं, वहीं दूसरी ओर इनकी संख्या बढ़ने की जगह कम होती जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत जिले में 38 बसों को परमिट मिला था। जिसमें से महज 6 बसें ही भिंड-ग्वालियर के बीच दौड़ लगा रही हैं। शेष 10 बसें खड़ी हुई हैं। जिसमें से तीन बसें एसी है। बसें न चल पाने की सबसे बड़ी वजह सूत्र सेवा को लेकर निजी बस ऑपरेटरों का विवाद और बस स्टैंड का न होना है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश सरकार ने जिला मुख्यालयों पर सूत्र सेवा योजना शुरु की थी। इस योजना के तहत जिला मुख्यालय सहित प्रमुख कस्बों से एमपी रोडवेज की तर्ज पर बसें चलाई जाना थी। इन बसों को सरकार ने सूत्र सेवा बस नाम दिया था। इस योजना को ट्रेवल्स कंपनियों से अनुबंध किया था। भिंड जिले में भी कुल 38 बसें चलाई जाना थी। यह प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद जैसे जैसे समय बीता वैसे-वैसे शासन की रुचि धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। सरकारी अमले के उदासीन रवैए और प्रायवेट बस संचालकों के विरोध के चलते सूत्र सेवा बसों का ठीक प्रकार से संचालन नहीं हो पा रहा है।
सूत्र सेवा प्रोजेक्ट के तहत बसों का संचालन करने के लिए बस स्टैंड की जगह दी गई थी, लेकिन निजी बस ऑपरेटरों के विवाद के चलते प्रशासन के द्वारा सूत्र सेवा बसों का संचालन करने के लिए बस स्टैंड को दो हिस्सों में बांट दिया था। लेकिन अब जिस जगह सूत्र सेवा की बसें खड़ी होती हैं। उस जगह निजी बसें भी खड़ी होनी शुरू हो गई हैं। हालांकि इसको लेकर सूत्र सेवा बसों का संचालन करने वाले ऑपरेटर ने शिकायत भी, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। करीब तीन साल में अब तक प्रशासन सिटी बस के स्टैंड को विकसित नहीं करा पाया है। हालत यह है कि बस स्टैंड तो दूर यहां टिकिट काउंटर तक नहीं बन सका।
सूत्र सेवा प्रोजेक्टर के तहत भिंड-ग्वालियर की ओर आने और जाने वाली बसों के संचालन को लेकर समय सारणी बनाई गई थी। लेकिन वर्तमान में समय में इस समय सारणी में से कई बसें बंद हो गई हैं। ऐसे में जागरूकता के अभाव में बसों की समय सारणी को लेकर यात्री परेशान होते हैं। वर्तमान में भिंड से ग्वालियर जाने के लिए सुबह 6.35, 9, 10.10, दोपहर 12, 1.10, 2.20, 4.50, शाम 6.05 बजे। इसी तरह ग्वालियर से भिंड की ओर सुबह 9, 9.15, 11.10, दोपहर 1.10, 2.20, 4.20, शाम 6.20, 7 बजे बसों का संचालन हो रहा है।
एक मई से बंद हुई सूत्र सेवा एसी बसः
ग्वालियर सूत्र सेवा प्रोजेक्ट के तहत भिंड-ग्वालियर के बीच एसी बस का संचालन किया जा रहा था। लेकिन एक मई से एसी बस का संचालन बंद हो गया है। शहर में निजी ऑपरेटरों के दखल, प्रशासन की अनदेखी और राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते शहर में सूत्र सेवा बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। वहीं भिंड नपा में सिटी बस के संचालन का काम देखने वाले सीओओ का पद पिछले दो साल से खाली पड़ा हुआ है। भिंड नगरपालिका में पदस्थ रहे योगेश पंवार के सितंबर 2019 में तबादले के बाद से यह पद खाली पड़ा हुआ है।
-तीन साल बीतने के बाद भी सूत्र सेवा के लिए अब तक बस स्टैंड का निर्माण नहीं हो सका। इसके साथ ही बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में कैसे बसों की संख्या बढ़ाएं।
सुरेश सिंह, ट्रेबल्स एजेंसी संचालक।