इंदौर DENTAL कॉलेज में बढ़ेगी सीटें … एमवाय अस्पताल में आएगी नई एंडोस्कोपी मशीन, मुंह के कैंसर की जांच के लिए खरीदी जाएगी CBCT मशीन
इंदौर के शासकीय डेंटल कॉलेज में जल्द ही BDS की सीटें बढ़ाई जाएंगी। इसके साथ ही यहां डेंटल के PG कोर्स की सीटों में भी इजाफा होगा।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बुधवार शाम पांच बजे सरकारी डेंटल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। उन्होंने यहां नई ओपीडी व पीजी विभाग का लोर्कापण किया। इसके साथ ही 6 करोड़ की लागत से बनने वाले अकादमिक ब्लॉक के लिए भूमि पूजन किया। सारंग ने कहा कि बैचलर ऑफ डेंटल साइंस की 64 सीटों को बढ़ाकर 100 किया जाएगा। वहीं पीजी कोर्स के सभी 9 संकायों में 3-3 सीटों को मिलाकर कुल 27 सीटें अब दोगुनी यानी 54 हो जाएगी। सारंग ने यह भी कहा कि डेंटल व मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा आने वाले समय में भी यदि कोई अन्य मांग की जाती है, तो उसे बैठक के द्वारा पूरा किया जाएगा।
एमवाय में आएगी नई एंडोस्कोपी मशीन
रेसीडेंसी कोठी में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि एमवाय अस्पताल में जल्द ही नई एंडोस्कोपी मशीन खरीदी जाएगी। इसके साथ ही मुंह के कैंसर की जांच के लिए भी CBCT मशीन भी लाई जाएगी। सारंग ने बताया कि अभी प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज हैं और जल्द ही 10 नए कॉलेज शुरू किए जाएंगे। सारंग ने बताया कि अभी प्रदेश में पांच जीनोम सीक्वेंसिंग मशीनें आने वाली है और चार नई मशीनें खरीदी जाएंगी। इसके साथ ही अस्पतालों में मरीज मित्र योजना के तहत समन्वय डेस्क स्थापित की जाएंगी।
मध्यप्रदेश में अब मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में
मध्यप्रदेश में अब मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में भी शुरू होगी। इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में इस बारे में सुझाव भी मांगे गए हैं। वहीं,हिन्दी मेडिकल का पाठ्यक्रम भी तैयार करने के लिए कहा गया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर से हिन्दी के पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा। मंत्री विश्वास सारंग के मुताबिक मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बनने वाला है, जहां मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में शुरू की जाएगी। मेडिकल पाठ्यक्रम में हिन्दी में शुरू करने का मकसद केवल छात्रों की सहूलियत के लिए शुरू किया गया है।
इज ऑफ हेल्थ सर्विसेस पर काम
मंत्री सारंग ने कहा कि हम इज ऑफ हेल्थ सर्विसेस पर काम कर रहे हैं। उसे चुस्त-दुरस्त करने के उद्देश्य से मैं आया हूं। मंत्री सिलावट ने सुझाव दिया है कि इंदौर के अस्पताल मॉडल अस्पताल के रूप में डेवलप हो आदर्श सर्विसेस के रूप में काम करें, उस मामले में जनप्रतिनिधियों से बैठक कर निर्णय लेंगे। मरीज मित्र योजना के माध्यम से हम डॉक्टर, हॉस्पिटल मैनेजमेंट व मरीज के बीच सेतु का काम करेंगे। एक अलग डेस्क होगी। किसी भी मरीज को या परिजन को जांच, अपाइइमेंट किसी भी तरह की परेशानी है तो मरीज मित्र के माध्यम से हल रहेंगे।
मोदी वैक्सीन को लेकर विरोधियों पर तंज
उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाने से ज्यादा चुनौतीपूर्ण वैक्सीन लगवाना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे आयाम दिया। विरोधी तंज कसते थे कि मोदी वैक्सीन, हां यह मोदीजी ही की देन है कि देश में वैक्सीनेशन के बेहतर नतीजे आए और तीसरी लहर में इसके परिणाम भी दिखे कि स्थिति गंभीर नहीं रही। अब तो विरोधियों को कहना ही पड़ेगा कि यह मोदी वैक्सीन का ही कमाल है।
हिजाब मामले में सरकार बैकफुट पर नहीं
उन्होंने कहा कि हिजाब वाले मामले में सरकार बैक फुट पर नहीं है। यह क्रिकेट नहीं है कि सरकार बैक फुट या फ्रंट फुट पर आए। मंत्री इंदरसिंह परमार के पहले व दूसरे बयान को गलत लिया गया। उन्होंने कहा कि अनुशासन व एक रूपता आदि अनादि काल से चल रहा है। केवल स्कूल की ड्रेस की बात थोड़े ही है। यूनिफॉर्म का मतलब ही यूनिफॉर्मलिटी होता है। जहां एक रूपता है वहां सब एक जैसे हैं। न कोई बड़ा है न कोई छोटा। लोगों को जबर्दस्ती फिरका परस्ती की बातें फैलाना चाहिए। जिनकी दुकानें केवल धार्मिक उन्माद फैलाने से ही चलती हो, उनको ज्यादा चर्चा में न लाए, यह ज्यादा अच्छा है।