ग्वालियर। इंदौर के साजन नगर की रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी से सोहेल खान नाम के युवक ने नाम बदलकर दोस्ती की। अपना धर्म छिपाया किशोरी को बहला-फुसलाकर ले गया, फिर उससे शादी की। जब किशोरी गर्भवती हो गई, तब उसने सोहेल का आधार कार्ड देखा। प्रेम में मिले धोखे का खुलासा हुआ तो किशोरी ने संयोगितागंज थाने में शिकायत की, लेकिन अंजान से दोस्ती का दर्द पीड़िता अभी भी झेल रही है, उसने बीते फरवरी में ही बच्चे को जन्म दिया। इसी तरह ग्वालियर में 17 साल की किशोरी को रविंद्र जाटव अगवा कर ले गया। उसने उसे शिवपुरी, गुजरात में अलग-अलग जगह रखा और हैवानियत की। जब वह गर्भवती हो गई तो गर्भपात कराया। जैसे-तैसे वह गुरुवार को भागकर घर पहुंची और कंपू थाना पुलिस को अपना दर्द बताया। यह दो घटनाएं सिर्फ उदाहरण हैं, लेकिन प्रदेश में हर रोज इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।

प्रदेश में औसतन हर दिन 23 बेटियों का अपहरण होता है। जनवरी 2021 से फरवरी 2022 के बीच (14 माह) में प्रदेश से 10 हजार 66 बेटियों का अपहरण हुआ। चौंकाने वाली बात तो यह है, प्रदेश में स्वच्छता से लेकर औद्योगिक विकास में पहले पायदान पर रहने वाला इंदौर बेटियों की सुरक्षा में पीछे है। यहां बेटियों के अपहरण की सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं। प्रदेश के चार बड़े शहरों की तुलना करें तो दूसरे नंबर पर राजधानी भोपाल है। अगर ग्वालियर की बात करें तो यहां करीब 28 प्रतिशत तक अपहरण की वारदात बढ़ी हैं। यह खुलासा नईदुनिया की पड़ताल में हुआ। नईदुनिया ने एससीआरबी (स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के 14 माह के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिसमें यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

2021:

माह. इंदौर. भोपाल. ग्वालियर. जबलपुर

जनवरी.  74.  25.  28.  42

फरवरी . 69.  36.  19 . 37

मार्च.     64.  34.  33.  27

अप्रैल.   47.  20.  16.  28

मई.     44.  33.  7.  13

जून.    74.  31.  1.  40

जुलाई. 67. 34. 20. 25

अगस्त. 36. 31. 28. 27

सितंबर. 67. 44. 13. 34

अक्टूबर. 60. 35. 26. 37

नवंबर. 51. 26. 17 26

दिसंबर. 68. 31. 21. 38

कुल. 721. 380. 249. 374

2022:

माह. इंदौर. भोपाल. ग्वालियर. जबलपुर

जनवरी. 46. 33. 13. 29

फरवरी. 57. 22. 13. 33

विश्लेषण:

– 2021 में जनवरी से लेकर फरवरी 2022 के बीच प्रदेश में अपहरण की कुल 10 हजार 66 घटनाएं हुईं। इसमें से 8676 घटनाएं अकेले वर्ष 2021 में हुईं। शेष घटनाएं 2022 में फरवरी तक हुई हैं।

– 2020 में प्रदेश से 6887 महिलाओं का अपहरण हुआ था, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 8676 तक पहुंच गया। यानी अपहरण की वारदातें 25.97 प्रतिशत बढ़ गईं।

– 2021 में ग्वालियर में महिलाओं के अपहरण की 194 वारदात हुईं, जबकि 2020 में 249। यानी 2021 में ग्वालियर में अपहरण की वारदात 28.35 प्रतिशत बढ़ीं।

किशोरियों का अपहरण सबसे ज्यादा

18 वर्ष से कम उम्र की किशोरियों का अपहरण सबसे अधिक हुआ। इसमें इंटरनेट मीडिया भी बड़ी वजह निकलकर सामने आई है। पुलिस अफसरों की मानें तो इंटरनेट मीडिया पर अंजान से दोस्ती भारी पड़ रही है। बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले भी अधिक हैं। कई मामलों में तो करीबी ही अपहरण करने वाले निकले।

वर्जन

प्रदेश में महिलाओं व बच्चियों के अपहरण की सबसे ज्यादा वारदात इंदौर में हुई हैं, यह सही है। हमने आपरेशन मुस्कान और अन्य अभियान चलाकर बरामदगी भी सबसे अधिक की है। हमने ऐसे स्थान भी चिह्नित किए हैं, जहां से सबसे ज्यादा अपहरण की घटना हुईं। अपहरण की घटना अधिक होने की वजह इंदौर की जनसंख्या अधिक होना है। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर दोस्ती, अंजान से दोस्ती के बाद बहला-फुसलाकर ले जाने के भी कई मामले हैं।

हरिनारायण चारी मिश्रा, पुलिस आयुक्त इंदौर

वर्जन

ग्वालियर में महिला, बच्चियों के अपहरण की वारदात बढ़ी हैं, इसमें बड़ी वजह इंटरनेट मीडिया है। कई मामले ऐसे हैं, जिनमें इंटरनेट मीडिया पर दोस्ती हुई, फिर आरोपी किशोरियों को बहला-फुसलाकर ले गए। कई मामलों में दुष्कर्म भी हुए। हम इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाएंगे, बरामदगी के लिए टीमें भी लगाई हैं।

अमित सांघी, एसपी, ग्वालियर