यूपी में बिजनेस करता हूं, मुझे क्या मिला?
.यूपी बजट 2022 में महिलाओं को बिजनेस शुरू करने के लिए योगी सरकार देगी 20 करोड़ रुपए….
लखनऊ …
उत्तर प्रदेश में आज योगी सरकार प्रदेश का सबसे बडा बजट पेश कर रही है। 6 लाख करोड़ से ज्यादा के बजट में किसानों से लेकर महिलाओं, बिजनेसमैन और युवाओं तक सबके लिए सौगाते हैं। इस बार यूपी का बजट करीब 6 लाख 10 हजार करोड़ रुपए का होगा। पिछला बजट करीब साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए का था। इस बजट में ODOP योजना से प्रदेश में निर्यात बढ़ा है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने स्मार्ट बजट 2022 के भाषण में स्टार्टअप और छोटे और लघु इंडस्ट्री (MSME) पर जोर दिया। बजट से जुड़ी हर अपडेट यहां पढ़िए-
चलिए जानते हैं कि आखिर इंडस्ट्री और बिजनेसमैन को 2022 के बजट में क्या मिला ?
इस साल क्या मिला?
- MSME में महिलाओं के कौशल विकास के लिए 20 करोड़ रुपए दिए गए।
- नई उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति 2020 के तहत 10,000 स्टार्टअप की स्थापना का लक्ष्य।
- मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत वर्ष 2022-2023 में 800 इकाईयों की स्थापना कराकर 16000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य है।
- सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के तहत अनेक परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं।
- उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर नीति-2021 के तहत 03 डाटा सेंटर पार्क्स की स्थापना के साथ 250 मेगावाट का डाटा सेंटर बनाने के लिए 20,000 करोड़ रुपए दिए गए।
- अनुसूचित जाति के बुनकरों को स्वरोजगार के लिए ‘झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पावरलूम विशेष घटक योजना’ शुरू करने के लिए 08 करोड़ रुपए दिए गए।
- प्रदेश के पावरलूम बुनकरों को रियायती दरों पर विद्युत उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए 250 करोड़ रुपए दिए गए।
- शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पारंपरिक कारीगरों के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए 112 करोड़ 50 लाख रुपए दिए गए।
- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना बजट पेश करते हुए कहा कि 3 जून को इंवेस्टर्स समीट में 75 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश होगा।
- प्रदेश के सभी जिलों के उत्पादों के विकास के लिए ODOP के तहत निर्यात को 88,000 करोड़ से बढ़कर बढ़ाकर 1.56 लाख करोड़ किया गया है।
मुझे पिछले बजट में क्या मिला था?
- हर जिले में ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) योजना के लिए 250 करोड़ रुपए दिए गए थे।
- स्टेट स्पिनिंग कंपनी की बंद पड़ी कताई मिलों को दोबारा शुरू कर थ्री पी यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में औद्योगिक पार्क/आस्थान/क्लस्टर स्थापित कराना।
- इसके लिए 100 करोड़ रुपए दिए गए थे।
- मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लिए 100 करोड़ रुपए दिए गए थे।
- शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पारंपरिक कारीगरों के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए 30 करोड़ रुपए का बजट दिया गया था।
कितना पूरा हुआ?
- ODOP के तहत कन्नौज, मुरादाबाद और वाराणसी में इकाइयां शुरू हुईं।
- कन्नौज में इत्र, अलीगढ का ताला और लखनऊ की चिकनकारी ODOP के तहत शुरु हुईं .
- कताई मीलों को पुनर्जीवित करने के लिए लगभग 40% काम ही हो पाया है।
- 60% योजनाओं को जमीन पर उतारना बाकी है।
- मुख्य मंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लिए 5000 इकाईयों को स्थापित कराया गया। इससे 4187 लाभार्थियों को फायदा हुआ।
- विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए 2021-22 में कुल 75000 कारीगरों को प्रशिक्षित कर टूलकिट उपलब्ध कराई गई।