वर्ल्ड साइकिल डे आज …. 7.6 किमी के 3 साइकिल ट्रैक पर 200 हर्डल, 20 हजार रजिस्टर्ड यूजर्स, पर सिर्फ 300 ही रोज चला रहे साइकिल
राजधानी में 7 साल पहले साइकिलिंग को बढ़ावा देने नर्मदापुरम रोड पर 12 किमी लंबा ट्रैक बनाया गया था। इसके बाद दूसरे फेज में स्मार्ट रोड पर 3.6 किमी ट्रैक बना। फिर तीसरे फेज में बुलेवर्ड स्ट्रीट में करीब 2 किमी का ट्रैक बनाया गया। यानी कुल 17.6 किमी लंबा साइकिल ट्रैक शहर में है, लेकिन साइकिल यूजर्स के लिए अभी केवल बुलेवर्ड वाला ट्रैक ही ऐसा है, जहां वे आराम से साइकिलिंग कर पाते हैं।
बाकी 15.6 किमी में 200 से अधिक हर्डल हैं। नर्मदापुरम रोड पर बने ट्रैक में डक्ट टूटने से गड्ढे हो गए तो बड़े वाहन रोकने वाले बैरिकेड्स भी टूट गए हैं। इन सभी जगह गाड़ियां पार्क की जा रही हैं। हाल यह है कि शहर में चार्टड कंपनी द्वारा 500 साइकिल में से हर दिन बमुश्किल 300 से 350 लोग ही इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। शहर में इस समय 20 हजार से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स हैं।
पिछले साल सर्वे में रह गए थे पीछे
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने एक साल पहले 107 शहरों में साइकिल फॉर चेंज सर्वे शुरू किया गया था। बीते साल जुलाई में आए परिणाम में भोपाल को स्थान नहीं मिला। जबकि इंदौर, जबलपुर और सागर टॉप 25 में थे। इस साल फिर साइकिलिंग फॉर चेंज चैलेंज सर्वे शुरू हो चुका है और अब तक दो राउंड हो गए हैं।
1000 ई-बाइक रखेंगे
शहर में 100 जगह 1000 ई-बाइक (इलेक्ट्रिक साइकिल) रखने की तैयारी है। पहले फेज में 200 ई-बाइक लाई जाएंगी। लोगों को ई-बाइक का इस्तेमाल करने की आदत लगाने के लिए ऐसा हो रहा है।
साइकिल ट्रैक पर लोग पार्किंग करते हैं। हमनें इनके फोटो ट्रैफिक पुलिस काे भेजे। उन्होंने कार्रवाई भी की है। -उपदेश शर्मा, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, स्मार्ट सिटी
साइकिल फॉर चेंज को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। अब तीसरा राउंड होना है। जो हर्डल हैं, उन्हें भी हटाया जा रहा है। -योगेश खरया, कंपनी सेक्रेटरी, स्मार्ट सिटी