भाजपा में टिकट को लेकर घमासान … केन्द्रीय मंत्री सहित कई नेताओं के दरवाजे पर बेटा, बहू व पत्नी के लिए हो रही दावेदारी

नगरिय निकाय चुनाव की घोषणा के बाद अब ग्वलियर में BJP में पार्षद टिकट को लेकर जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। दावेदारी करने वाले टिकट दिलाने की क्षमता रखने वाले मंत्री, पूर्व मंत्री व केन्द्रीय मंत्री तक के दरवाजों की परिक्रमा करने में लगे हैं। कोई खुद के लिए तो कोई पत्नी और बेटों के लिए टिकट की मांग कर रहा है। ऐसे टिकट के दावेदार दिल्ली और भोपाल तक चक्कर लगा आए हैं। आचार संहिता लागू होने के साथ ही शहर के 66 वार्डो में प्रत्याशी घोषित करने के लिए मंथन भी शुरू हो चुका है।
जल्द पहली सूची भी जारी हो सकती है, लेकिन इस सूची को जारी करने में भाजपा संगठन को पसीना आने वाला है। क्योंकि दो केन्द्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के दो मंत्री व कई पूर्व मंत्री व संगठन के नेता अपने-अपने समर्थकों के लिए दावेदारी कर रहे हैं। इनमें सिंधिया समर्थक प्रत्याशियों को दरकिनार करना भी संभव नहीं है। ऐसे में प्रत्याशियों का चयन काफी भारी पड़ने वाला है।

मंडलों को प्रत्याशियों जुटाने का टॉस्क
ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी में पार्षद पद के टिकट को लेकर जोड़-तोड़ शुरु हो गई है। दावेदार पार्टी में टिकट दिलाने की क्षमता रखने वाले नेताओं की परिक्रमा के लिए दौड लगा रहे हैं। ऐसे दावेदार दिल्ली और भोपाल के चक्कर लगा आए हैं। पार्टी में अधिकृत रूप से प्रत्याशियों के चयन का काम निगम चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के साथ ही शुरु हो गया है। संगठन द्वारा अभी मंडलों को प्रत्याशियों का चयन करने के लिए संभावित दावेदारों की सूची तैयार करने के लिए निर्देश मिल गए हैं। मंडलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मंडल संभावित प्रत्याशियों के नामों पर विचार कर रहे हैं। वहीं दावेदार भी मंडल अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों से मिलकर अपनी दावेदारी जता रहे हैं । भाजपा में इस बार दावेदारों की अधिकता के कारण अभी से ही यह नजर आने लगा है कि पार्टी को टिकटों के चयन के लिए बड़ी मश€कत करनी होगी।

सभी नेताओं में संतुलन बनाना मुश्किल
ग्वालियर में नगर निगम चुनाव में पार्षदी का टिकट दिलाना इज्जत की भी बात होगी। ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मंत्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, भाजपा के वरिष्ठ व केन्द्रीय नेता प्रभात झा के गुट हैं। सभी अपने-अपने समर्थकों की दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में इन नेताआंे और केन्द्रीय मंत्रियों में संतुलन बैठाना अपने आप में भाजपा संगठन के लिए चुनौती साबित होने वाला है।

सिंधिया समर्थकों को एडजस्ट करना चुनौती
– इस पर भाजपा के सामने बड़ी चुनौती सिंधिया समर्थक हैं। सिंधिया ने प्रदेश में भाजपा की सरकार की वापसी कराई है। इसके बाद लगातार सिंधिया का कद भाजपा में बढ़ता जा रहा है। सिंधिया के साथ भाजपा में हजारों समर्थक आए थे। नगर निगम चुनाव के लिए वह सिंधिया समर्थक भी अपना दावा कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा के सामने इन सिंधिया समर्थकों को एडजस्ट करना अपने आप में बड़ी चुनौती होगा।

वरिष्ठ नेतृत्व जल्द नामें पर विचार करेंगे
भाजपा ग्वालिर सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है नगर निगम चुनाव के लिए पार्टी में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। वैसे संगठन प्रत्याशियों के चयन के लिए तैयारियांे में लगा है। जल्द जिला स्तर पर कमेटी बनेगी और संगठन को प्रत्याशी चयन में कोई मुश्किल नहीं आएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *