प्रोफेसर की पत्नी बोलीं- हमें पीटा, कुर्सी से बांधा…:ग्वालियर में डकैती; बेटी ने बताया- डकैत भरा हुआ ब्रीफकेस मांग रहे थे
ग्वालियर के गोला का मंदिर इलाके में सोमवार दोपहर 2.49 बजे प्रोफेसर डॉ. शिशिर दीक्षित के घर डकैती हो गई। शिशिर एमआईटीएस कॉलेज गए हुए थे। घर में उनकी बुजुर्ग मां, पत्नी और बेटी मौजूद थी। दो बाइकों से पहुंचे 6 हथियारबंद डकैत घर में घुस गए। प्रोफेसर की पत्नी श्वेता दीक्षित का कहना है कि वे 20 मिनट तक रहे,
आइए उन्हीं से जानते हैं…
घर में मैं, मेरी सास रिटायर प्रोफेसर कलालता देवी (80) और बेटी शिवांगी (12) थे। दोपहर में दरवाजे पर नॉक हुआ। मैं नहाने जा रही थी। बेटी ने गेट खोलकर मुझे आवाज दी। दरवाजा खोला तो 6 लोग खड़े थे। बोले- सर यानी मेरे पति ने भेजा है। वो 5 मिनट में आ रहे हैं। मुझे लगा कि एक दिन पहले ही जियो वालों को इंटरनेट कनेक्शन के लिए बुलाया था, वे ही आए होंगे। बाहर वाले कमरे में बैठने को कहा। 4 लोग अंदर आ गए और 2 बाहर ही रुक गए।
मैं अंदर के कमरे की तरफ बढ़ी और प्रोफेसर को कॉल करने लगी तो दो लोग मेरे पीछे दूसरे कमरे तक आ गए। मैंने उनसे पूछा- आप लोग अंदर क्यों आ रहे हो। उन्होंने कट्टे निकाल लिए। एक ने कट्टा मेरे कनपटी पर अड़ाते हुए कहा- हम जो बोलें चुपचाप उतना ही करो। ज्यादा बोली तो यहीं ढेर कर देंगे।
बदमाशों की आवाज सुनकर मेरी सास और बेटी अंदर वाले कमरे से बाहर आ गईं। बेटी ने विरोध की कोशिश की तो बदमाशों ने पहले सास को धक्का देकर गिरा दिया, उन्हें चांटे मारे, फिर बेटी के सिर में कट्टे के बट से मारा। उन लोगों ने मुझे भी बट से मारा, मेरे बाल खींचे और धमकाया- तुमको मारने के ऑर्डर हैं। शुक्र मनाओ कि मार नहीं रहे हैं। हमें सिर्फ लूट करनी है।
इसके बाद उन्होंने अलमारी खंगाल डाली। 60 हजार रुपए और करीब 3 किलो सोने-चांदी के जेवर लूट लिए। पुश्तैनी जेवर करीब 20 लाख के होंगे। बदमाशों ने सास को छोड़कर हम मां-बेटी को कुर्सी पर प्रेस की तार और कपड़े से बांध दिया था। इसके बाद उन्होंने पूछा- वो भरा हुआ ब्रीफकेस कहां है। हमने कहा- कौन सा ब्रीफकेस। हमारे पास ऐसा कोई ब्रीफकेस नहीं है। दोपहर ठीक 3 बजकर 9 मिनट पर बदमाशों के जाने के बाद मैंने पहले पति फिर पुलिस को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
प्रोफेसर की बेटी बोली- हमसे चूक हो गई
प्रोफेसर की बेटी शिवांगी का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह से भी कोई हमारे घर में घुस आएगा और वारदात को अंजाम देगा। वो किसी ब्रीफकेस के बारे में पूछ रहे थे। जब वे गेट पर आए थे, तो ऐसा नहीं लग रहा था कि उनके मन में क्या चल रहा है। पहले मैंने ही गेट खोला था, फिर मम्मी को बुलाया था। उसी समय समझ जाना चाहिए था पापा बिना फोन किए किसी को घर पर नहीं भेजते हैं। यहां हमसे चूक हो गई।
किसी को पता था लॉकर की पूरी ज्वेलरी घर पर है
प्रोफेसर के घर वारदात करने वाले बदमाशों को सटीक सूचना मिली थी कि प्रोफेसर की तीन पीढ़ियों की पूरी ज्वेलरी अभी घर पर है। प्रोफेसर ने 15 दिन पहले ही एक बैंक में लॉकर बंद किया है। वहां से पूरी पुश्तैनी ज्वेलरी निकालकर वह घर ले आए थे। घर में कोई नौकर नहीं है, लेकिन सब्जी और दूध वाले का आना-जाना है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि घर पर जेवर रखे होने का किस-किस को पता था।
बदमाशों के भागने का रूट मैप मिला
पुलिस ने डकैती की वारदात के बाद ताबड़तोड़ CCTV कैमरे खंगाले हैं। प्रोफेसर के घर पर लगे कैमरे में बदमाशों के चेहरे कैद हुए हैं। उसके साथ ही बिरला नगर पुल पर सिमको तिराहा की तरफ बदमाश बाइक से भागते दिख रहे हैं। यह साफ है कि डकैती डालने वाले बदमाश हजीरा की तरफ भागे हैं। बदमाशों के तार मुरैना से भी जुड़ सकते हैं। फिलहाल इसी लाइन पर पुलिस छानबीन कर रही है।