दाग मिटा दो, चाहे रुपए ले लो ….? चुनाव आते ही सफेदपोश बनने का खेल शुरू

सड़क, शौचालय, यात्री प्रतीक्षालय, चेकडैम, तालाब निर्माण, पाइप लाइन बिछाने, आवास, पुलिया व अन्य निर्माण में किए घोटालों का मामला

भोपाल ….पंचायतों में पिछले सात वर्षों में सड़क, शौचालय, यात्री प्रतीक्षालय, चेकडैम, तालाब, पाइप लाइन, आवास, आंगनबाड़ी, सामुदायिक कूप व अन्य निर्माण कार्य हुए। लेकिन 38 पंचायतों में लाखों, करोड़ों रुपए के घपले घोटाले हुए। जांच हुई तो जिला पंचायत की तरफ से धारा-92 और धारा-40 के नोटिस जारी किए गए।

जानकार हैरानी होगी कि 38 पंचायतों के सरपंच और पंच में से 36 ने राशि जमा करा दी। इससे वे पंचायत की एनओसी के हकदार हो गए। रुपए जमा करने के बाद भ्रष्टाचार की लिस्ट से निकलकर सफेदपोश की सूची में आए इन पूर्व सरपंच और पंच में से 60 फीसदी फिर से चुनाव के मैदान में हैं।

दो पंचायतों के सरपंच ये राशि जमा नहीं कर सके, वे चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए हैं। भ्रष्टाचार उस समय हुआ जब जिले में 187 पंचायतें थीं। 2022 के परीसीमन के बाद इनकी संख्या बढ़कर 222 हो गई है। कई प्रकरण वर्षों से लंबित थे। 2021 में हुई चुनाव की घोषणा के पहले इनका निपटारा कर दिया गया।

इन पंचायतों में हुए घपले घोटाले, जारी हुए नोटिस
सरकार की योजना के तहत पंचायतों में 52 योजनाओं के तहत काम होता है। इसके लिए पंचायत के सरपंच, पंच ही अधिकृत होते हैं। कोई भी काम हो उसे पंचायत ही कराएगी।

भोपाल की पंचायतों में विगत वर्षों में जो घोटाले हुए हैं, उनमें पादरी, खंडारिया, परसौरा, बर्राई, रमपुराबालाचौन, कोलूखेड़ीकला, सिंघौरा, गढ़ाखुर्द, दल्लौद, विरहश्यामखेड़ी, मनीखेड़ी, सेमरा भैरोपुर, गुनगा, खुखरिया, अमरपुर, तरावलीखुर्द, चंदेरी, अर्रावती, रातीबढ़, खजूरीसड़क, खाताखेड़ी, दामखेड़ा, बरखेड़ी अब्दुल्ला, जमूसरखुर्द, करारिया, कोलुआखुर्द, बैरागढ़, कढैयाचवर, दोहाया, करारिया, तरावलीखुर्द, खेजराघाट, चंदेरी, अर्रावती, खजूरी सड़क, खाताखेड़ी, दामखेड़ाव व अन्य हैं। पंचायतों में धारा-92 और धारा-40 के नोटिस जारी कर जिला पंचायत ने भ्रष्टाचार की गई राशि वसूलने के साथ काम पूरे कराए हैं।

22 लाख 87 हजार 450 कैश जमा कराए
36 पंचायतों में हुए घोटाले में जांच के 2 करोड़ 22 लाख 12 हजार 709 रुपए की राशि की वसूली निकाली गई। इसमें से 22 लाख 87 हजार 460 रुपए सरपंच और पंच की तरफ से कैश जमा कराए गए। वहीं 1 करोड़ 99 लाख 25 हजार 249 रुपए के काम पूरे कराने के बाद इनके ऊपर से भ्रष्टाचार का दाग हटा।

इन दो से वसूली होना बाकी:
बैरसिया जनपद पंचायत के प्रधान निर्भय सिंह पर 27 लाख 23 हजार की वसूली निकाली गई है। इसमें से कुछ काम पूरे किए जा चुके हैं तो तो कुछ प्रगतिपर हैं।

: बैरसिया जनपद पंचायत के ग्राम सोनकच्छ के प्रधान रघुनाथ सिंह जाट पर 5 लाख 684 लाख रुपए की वसूली निकाली है।

पंचायतों में काम में जो लापरवाही या गड़बड़ी होती है उसके संबंध में नोटिस जारी किए जाते हैं। काफी से वसूली की गई है। दो मामलों में होना बाकी है।
– ऋतुराज सिंह, सीईओ, जिला पंचायत, भोपाल

दागी नेताओं पर कसें नकेल-
जिन सरपंचों और पंचों ने भ्रष्टाचार किया वे राशि जमा कराकर फिर से चुनाव लडऩे के लिए योग्य हो गए। इसे किसी भी तरह सही नहीं ठहरा सकते। इससे तो भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पाएगी। इस मामले में सरकार को सख्त नियम बनाना चाहिए कि जो दागी हैं, वे किसी भी हाल में चुनाव नहीं लड़ पाएं। मतदाता भी ऐसे चुनाव में ईमानदार प्रत्याशियों को ही चुनें।

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