महापौर के टिकट में कमलनाथ की चली …?
MP में 15 में से 13 नाम उनके ही फाइनल, दिग्विजय के सिर्फ दो; खंडवा में अरुण को झटका…
कांग्रेस ने प्रदेश के 16 नगर निगम में से 15 में महापौर पद के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इस सूची में सबसे चौंकाने वाले नाम खंडवा, कटनी, बुरहानपुर और देवास से महिला उम्मीदवारों के सामने आए हैं। रतलाम में भूरिया फैक्टर के चलते पेंच फंसने के कारण नाम घोषित नहीं किया गया है। सभी 15 नामों में 13 कमलनाथ के दिए हुए हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की सिफारिश वाले सिर्फ दो नाम फाइनल किए गए।
बुरहानपुर से 9वीं पास शहनाज अंसारी को उम्मीदवार बनाया गया है। देवास से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के करीबी रमेश व्यास की पत्नी को मैदान में उतारा गया है। यहां से दावेदारी कर रहीं श्वेता अग्रवाल का पत्ता बाहरी होने के कारण कटा। कटनी से जिला अध्यक्ष मिथलेश जैन की पत्नी राजकुमारी के बजाय लो प्रोफाइल, लेकिन फील्ड में एक्टिव श्रेया खंडलेवाल पर भरोसा जताया गया है।
खंडवा से पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव द्वारा प्रस्तावित लक्ष्मी यादव के बजाए आशा मिश्रा को टिकट दिया गया है। आशा के लिए शहर कांगेस नेताओं ने एकजुट होकर पैरवी की थी, जबकि छिंदवाड़ा से जिला आदिवासी प्रकोष्ठ अध्यक्ष विक्रम अहाके को महापौर का टिकट दिया गया है।
रतलाम का फैसला 15 जून तक होल्ड
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि रतलाम से उम्मीदवार का फैसला 15 जून तक होल्ड किया गया है। दरअसल, यहां से मेयर पद के लिए दावेदारी राजीव रावत के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया कर रहे हैं, जबकि दूसरे दावेदार मयंक जाट को टिकट देने के लिए युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया दबाव बनाए हुए हैं। कांग्रेस के सामने ये दुविधा है कि युवा प्रत्याशी बनाया जाए या फिर अनुभवी को उतारा जाए।
यहां से दावेदारी कर रहे राजीव रावत 3 बार के पार्षद हैं। मयंक जाट वर्तमान में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष हैं। मयंक जाट का एक प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है, जिस पर अगले 5 दिन में फैसला आने की संभावना है। इसके बाद अब रतलाम के महापौर पद के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार की घोषणा 15 जून के बाद ही होने की संभावना है।
कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वे में तीन बार पार्षद रहे राजीव रावत का नाम उभर कर सामने आया था। जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट का नाम भी युवा चेहरे के तौर पर सर्वे में आया था। कांग्रेस के अन्य दावेदारों के मुकाबले यह दोनों नाम सर्वे में सबसे ऊपर आए थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज रतलाम के दोनों कांग्रेस विधायक, शहर कांग्रेस अध्यक्ष और रतलाम जिले के प्रभारी से वन टू वन चर्चा की थी।
खंडवा: आशा मिश्रा के नाम पर 5 दिन पहले दिग्विजय ने दी सहमति
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने खंडवा से लक्ष्मी यादव का नाम प्रस्तावित किया था, लेकिन पांच दिन पहले स्थानीय कांग्रेस के पुराने नेता वीरेंद्र मिश्रा की बहू आशा मिश्रा की दावेदारी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सहमति दी थी। इसके बाद आशा मिश्रा के नाम पर चर्चा शुरू हुई। चूंकि आशा मिश्रा के पति अमित मिश्रा पार्षद हैं, उनके साथ पूरी जिला कांग्रेस एकजुट हो गई। इतना ही नहीं, कमलनाथ समर्थक कुंदन मालवीय ने भी भोपाल में आशा मिश्रा को टिकट देने के लिए लॉबिंग की।
कटनी : यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता श्रेया खंडेलवाल को टिकट
कटनी में जिला अध्यक्ष मिथलेश जैन ने अपनी पत्नी राजकुमारी जैन का नाम बढ़ाया था। कोर ग्रुप की बैठक में सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस नेता व ट्रांसपोर्टर बीएम तिवारी की बहू श्वेता तिवारी को टिकट देने की पैरवी एक पूर्व मंत्री कर रहे थे। इस बैठक में दोनों के नामों पर पूरी तरह सहमति नहीं बनी। इसलिए तीसरी दावेदार श्रेया खंडलेवाल के नाम पर कमलनाथ ने मुहर लगाई। सर्वे को आधार मानकर श्रेया को टिकट दिया गया है, जबकि उनकी प्रोफाइल बड़ी नहीं है। वह पिछले तीन साल से फील्ड पर एक्टिव हैं। यही वजह है कि उन्हें यूथ कांग्रेस का प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया था। उनके पति रोनक खंडेलवाल कटनी जिला कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं।
बुरहानपुर: 9वीं पास शहनाज पर खेला दांव
बुरहानपुर से शहनाज अंसारी को उम्मीदवार बनाया गया है। शहनाज इस्माइल अंसारी दूसरी बार की पार्षद हैं। वह 2009 के महापौर चुनाव में 4100 वोटों से हारी थीं। उनके पति इस्माइल अंसारी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हैं। अरुण यादव ने शहनाज के अलावा पूर्व नगर निगम अध्यक्ष गौरी दिनेश शर्मा का नाम भी प्रस्तावित किया था। संगठन ने शहनाज को टिकट देने पर सहमति जताई थी।
देवास: कविता को सज्जन सिंह वर्मा और दिग्विजय का समर्थन
देवास से कविता व्यास को उम्मीदवार बनाया गया है। उनके पति रमेश व्यास मध्यप्रदेश कांग्रेस के वर्तमान में सचिव है। यहां से श्वेता अग्रवाल की दावेदारी प्रबल मानी जा रही थी, लेकिन उनका बाहरी होने के कारण दावा कमजोर हो गया। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कविता और श्वेता का नाम प्रस्तावित किया था। कविता के पति रमेश, सज्जन सिंह वर्मा के करीबी हैं। इतना ही नहीं, देवास शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज राजानी ने भी कविता के लिए लॉबिंग की थी। इसके अलावा कविता को दिग्विजय सिंह का भी समर्थन मिल गया।
छिंदवाड़ा: अमरवाड़ा का बटकाखापा जोन पहली बार जीतने का विक्रम को मिला इनाम
छिंदवाड़ा से जिला आदिवासी प्रकोष्ठ अध्यक्ष विक्रम अहाके को महापौर का टिकट देकर कांग्रेस ने चौका दिया है। दरअसल, विक्रम ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कमलनाथ को अमरवाड़ा के बटकाखापा जोन से बड़ी जीत दिलाई थी। यहां से कांग्रेस पहली बार जीती थी। इसी का इनाम विक्रम को महापौर के टिकट के रूप में मिला है। यहां से विधायक सुनील उईके का नाम प्रस्तावित था, लेकिन शहरी क्षेत्र से बाहर का होने के कारण उनके नाम पर सहमति नहीं बन पाई।