लखनऊ में पहले भी हुआ था PUBG जैसा कांड …. ?
नेशनल शूटर ने मां-भाई को गोली मार दी, ब्लेड से खुद का हाथ काटा, पिता ने कहा- बेटी का दोष नहीं….
2020 के इस हत्याकांड में सस्पेंस है, डिप्रेशन है। भूत-प्रेत है। पिता पर शोषण का आरोप है। आइए पूरी कहानी जानते हैं।
बेड पर सो रहे थे गोली मार दी
29 अगस्त 2020, रेलवे बोर्ड में प्रवक्ता पद पर तैनात आरडी बाजपेई का बर्थडे था। लेकिन वह घर पर नहीं बल्कि दिल्ली में ड्यूटी पर थे। उन्हें लखनऊ के गौतमपल्ली थाना क्षेत्र के विवेकानंद मार्ग पर रेलवे ने सरकारी बंगला दे रखा था। बंगला नंबर-9 में आरडी बाजपेई की पत्नी मालिनी दत्त बाजपेई, बेटा सर्वत्त बाजपेई और 15 साल की उनकी नेशनल शूटर बेटी रहती थी। बेटी का नाम जानबूझकर नहीं बता रहे हैं।
पत्नी मालिनी और बेटे सर्वदत्त ने शाम को आरडी बाजपेई का बथर्ड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मनाने का फैसला किया था। दिन में सारी तैयारियां हो गई और मां-बेटे एक ही बेड पर सो गए। दूसरे कमरे में 9वीं क्लास में पढ़ने वाली 15 साल की नेशनल शूटर बेटी .22 बोर की पिस्टल लेकर बैठी थी। दोपहर के तीन बजे कमरे से बाहर निकली। पिस्टल तानी और सोते हुए मां को गोली मार दी। 20 साल का भाई सर्वत्त उठ पाता इसके पहले ही उसे गोली मार दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद बाथरूम के शीशे पर लिखा डिस्क्वालिफाइड ह्यूमन
हत्या के बाद लड़की पिस्टल लेकर बाथरूम में गई। कैच अप से शीशे पर अंग्रेजी में Disqualified Human लिखा। लिखने के बाद पिस्टल से एक फायर शीशे के बीच कर दिया। फोन उठाया और मामा को लगा दिया। मामा से कहा- “मम्मी और भैया उठ नहीं रहे हैं।” इतना कहकर रोने लगी। मामा डर गए। तुरंत अपनी मां और घर के लोगों को लेकर बंगला नंबर-9 पहुंच गए। अंदर के हालत देखा तो सन्न रह गए। बेडरूम पर उनकी बहन और भांजे की लाश पड़ी थी।
पुलिस आई तब तक लड़की ने ब्लेड से हाथ काट लिए थे
मामा ने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को फोन लगा दिया। रेलवे बोर्ड के अधिकारी के घर डबल मर्डर की खबर से सनसनी मच गई। मौके पर तुरंत पीजीआई थाने के अधिकारी पहुंच गए। थोड़ी ही देर में डीजीपी एचसी अवस्थी घटनास्थल पर पहुंच आए। गोली मारने वाली लड़की दोनों हाथों को बांधकर लगातार रो रही थी। उसके दोनों हाथों में ब्लेड से कट लगे थे। पुलिस को पहला शक उसी पर गया। उससे पूछा गया तो जवाब आया “पापा आएंगे तभी बताऊंगी।”
पुलिस ने हाथ खोला तो देखकर दंग रह गई। दोनों हाथों में ब्लेड था जिससे हथेली पर कट थे। पुलिस ने उसके कमरे की तालाशी ली तो उसमें बहुत सारे इमोजी लगे थे। मौत और उसके रहस्य संबंधी किताब मिली।
पिता आए तो गुमराह करने लगी
पिता आरडी बाजपेई घर पहुंचे तो पुलिस ने बेटी से पूछताछ शुरू की। पहले उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। कहा, गोली की आवाज नहीं सुनी। मम्मी को जगाने गई तो वो उठी नहीं। पुलिस ने पूछा, तुम्हारे हाथ में चोट कैसे लगी? इसका भी जवाब नहीं दे पाई। बीच बीच में वह रोने लगती और भूत प्रेत देखने की बात करने लगती। कहती थी कि कमरे में भूत दिखाई देता है। पुलिस ने कड़ाई दिखाई तो उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
डिप्रेशन के कारण पुलिस ने घर को ही कस्टडी रूम बना दिया
पुलिस ने लड़की को 14 दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया। वहां वह डिप्रेशन में चली गई। डॉक्टरों की एक टीम ने जांच की तो सही पाया। 2 सितंबर को लड़की को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। आरडी बाजपेई ने कोर्ट से कहा, “बेटी को पुलिस हिरासत में घर में रखने का आदेश दिया जाए। क्योंकि बेटी को इमोशनल सपोर्ट की जरूरत है।” कोर्ट ने इसे स्वीकार कर लिया। घर पर ही सिविल ड्रेस में पुलिस तैनात कर दिए गए।
हजरतगंज के एसीपी राघवेंद्र सिंह ने कहा था, “यह रेयरेस्ट ऑफ रेयर कैटेगरी का केस है। कोर्ट अगर लड़की के पिता पर मानवीय आधार पर उसे घर पर रहने का आदेश देती है तो हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। लड़की से पूछताछ के लिए समय-समय पर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विशेषज्ञ को दिखाया जा रहा है।”
पिता इस हत्याकांड के लिए बेटी को जिम्मेदार नहीं मानते थे। वह डिप्रेशन को इसका जिम्मेदार बताते थे। ठीक डेढ़ साल बाद उसी लड़की ने पिता पर रेप का आरोप लगा दिया।
लड़की ने कहा, बुआ मुझे जबरन पिता के कमरे में भेजती थी
23 नवंबर 2021 को लड़की ने अपने पिता आरडी बाजपेई पर रेप का आरोप लगाते हुए अलीगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। एफआईआर में उसने आरोप लगाया, “2013 से पिता उनके साथ शोषण करते आ रहे हैं। बुआ इसमें उनका साथ देती हैं। जबरन पिता के कमरे में जाने का दबाव बनाती हैं।”
एडिशनल डीसीपी नॉर्थ प्राची सिंह ने इस मामले की जांच शुरू की। 8 मार्च को पुलिस ने जांच करके दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। फिलहाल, मामला कोर्ट में है। एक केस जो डिप्रेशन, भूत-प्रेत और हत्या से जुड़ा था वह दो साल बाद रेप के कारण चर्चा में आ गया।