PUBG हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी पर सवाल …?
आरोपी बेटे को पुलिस ने रिमांड पर लिया; जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड से मांगा समय…
यूपी के चर्चित PUBG हत्याकांड में पुलिस अब नए सिरे से जांच करना चाह रही है। पुलिस ने मां साधना सिंह की हत्या के आरोपी नाबालिग बेटे को रिमांड पर लिया है। पुलिस ने घटना से जुड़े और साक्ष्य जुटाने के लिए जेजे बोर्ड (किशोर न्याय बोर्ड) से अतिरिक्त समय भी मांगा है।
लखनऊ पुलिस ने जिस घटना को ‘ओपन एंड शट केस’ माना था, वह उतनी आसान दिख नहीं रही है। उच्चाधिकारियों ने केस की जांच कर रही पीजीआई थाने की पुलिस से जवाब-तलब किया है। जेजे बोर्ड ने अभी तक की जांच रिपोर्ट मांगी तो पुलिस ने इसके लिए और वक्त मांग लिया।
जुर्म कबूल किया, फिर भी ली रिमांड
पुलिस उन मामलों में आरोपी की रिमांड लेती है, जिनमें आरोप को साबित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिले हों। या, घटना में किसी और के शामिल होने की आशंका होती है। इस घटना में पुलिस ने पहले दिन ही दावा किया कि आरोपी बेटे ने जुर्म कबूल कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल पिस्टल भी उसी रात घर से बरामद कर ली गई थी, जब साधना सिंह का शव निकाला गया था। पुलिस ने वारदात का मोटिव भी PUBG गेम बता दिया था। ऐसे में आरोपी बेटे को रिमांड पर लेने से साफ हो गया कि वो अब घटना में शामिल किसी तीसरे व्यक्ति की तलाश में जुटी है।
जेजे बोर्ड ने आरोपी बेटे की उम्र का मांगा प्रमाण
जेजे बोर्ड को आरोपी बेटे की उम्र पर भी आशंका है। पुलिस ने उसकी उम्र 17 साल 8 माह बताई है। बोर्ड को शक है कि पर्दे के पीछे से घटना का तानाबाना बुनने वाले मास्टरमाइंड को बचाने के लिए पुलिस ने आरोपी को नाबालिग बताकर सारा इल्जाम उसके सिर मढ़ दिया। नाबालिग को हत्या के मामले में भी अधिकतम तीन साल की ही सजा हो सकती है। इस बीच उसे आसानी से जमानत भी मिल सकती है। इसका सच जानने के लिए बोर्ड ने आरोपी की उम्र से जुड़े सभी प्रमाण मांगे हैं।
बोर्ड के बुलाने पर भी नहीं पेश हुए आरोपी बेटे के घरवाले
बोर्ड ने आरोपी बेटे के बारे में जानकारी और उसकी उम्र के प्रमाण पत्र देने के लिए उसके पिता नवीन और बाकी परिजनों को बुलाया था। नवीन ने गांव में होने का हवाला देकर पेश होने के लिए समय मांगा है। इस बीच एक बार पीजीआई थाने की पुलिस उनसे मिलने उनके यमुनापुरम कॉलोनी जा चुकी है। इसके बाद नवीन खुद पुलिस से बातचीत करने 2 बार पीजीआई थाने गए, लेकिन बोर्ड के सामने पेश नहीं हुए।
नाबालिग बेटे पर है मां की हत्या का आरोप
लखनऊ के पीजीआई थानाक्षेत्र के यमुनापुरम कॉलोनी में रहने वाली साधना सिंह की उनके ही नाबालिग बेटे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ऐसा आरोप है। पुलिस के मुताबिक 4 जून की देर रात हत्या करने के बाद बेटा तीन दिन तक 10 साल की बहन को लेकर मां की लाश के साथ उसी घर में रहा। शव सड़ने की बदबू फैलने पर 7 जून की देर शाम उसने इसकी जानकारी फौजी पिता नवीन सिंह को दी।
आसनसोल में तैनात नवीन की सूचना पर पुलिस ने शव को बाहर निकाला और बेटे को बाल सुधार गृह भेजा। पुलिस ने दावा किया कि बेटे ने PUBG खेलने से रोकने पर मां की हत्या की।