फर्जी डीएल बनाने का गढ़ रहा है आगरा मंडल …?
मथुरा में आतंकी कसाब का बना दिया था डीएल, दिल्ली पुलिस में भी 81 सिपाही फर्जी डीएल से हुए थे भर्ती…
आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर का आगरा में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बना दिया गया। इसके बाद से आगरा मंडल फिर से फर्जी लाइसेंस के लिए सुर्खियों में है। आगरा और मथुरा में बडे़ स्तर पर फर्जी लाइसेंस बने हैं। मथुरा में तो मुंबई हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब का लाइसेंस तक बन गया था।

2009 में बना था आतंकी का फोटो लगा डीएल
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने फर्जी लाइसेंस की बात सामने आने के बाद इसे गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहाकि पहले भी इस तरह के लाइसेंस बनते रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। बता दें कि आगरा मंडल के मथुरा के आरटीओ कार्यालय से 20 जून 2009 को आतंकी कसाब का फोटो लगा लाइसेंस जारी हुआ था। ये लाइसेंस मथुरा के कृष्णा नगर के एक व्यक्ति के पते पर बना था। मामला सुर्खियों में आने के बाद इस मामले में तीन लोगों को सस्पेंड कर जेल भेजा गया था।
दिल्ली पुलिस में फर्जी डीएल पर भर्ती हुए थे 81 सिपाही
फर्जी डीएल बनाने का कॉकस आगरा मंडल में बहुत बड़ा रहा है। वर्ष 2007 में दिल्ली पुलिस में चालक पद पर भर्ती हुए 81 सिपाहियों के डीएल जांच में फर्जी मिले थे। ये सभी डीएल मथुरा से बने थे। इसके अलावा एक मृत युवक का भी फर्जी डीएल बना दिया गया था।

आगरा में नहीं मिला रिकॉर्ड
एक्टिविस्ट डा. नूतन ठाकुर के फर्जी लाइसेंस की खबर के बाद आगरा आरटीओ कार्यालय में उनका रिकॉर्ड फिर तलाश करवाया गया। लाइसेंस पर दर्ज रिकॉर्ड किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर है। इसके अलावा सब्सिडरी कैश बुक में भी डा. नूतन के नाम फॉर्म नंबर-7 की 200 रुपए की फीस जमा होने का रिकॉर्ड नहीं मिला है।
आगरा में भी दलाल सक्रिय
फर्जी लाइसेंस बनाने का काम मथुरा के साथ आगरा में भी खूब हुआ है। पिछले कई सालों में जब लोग अपना डीएल रिन्युअल कराने पहुंचे तो उनको पता चला कि उनका डीएल फर्जी है। आगरा में डीएल बनवाने के लिए आरटीओ कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में दलाल सक्रिय रहते हैं।