NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार पर रामगोपाल वर्मा ने किया विवादित ट्वीट, BJP ने दर्ज कराई शिकायत
निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एनडीए के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट कर विवाद खड़ कर दिया है। तेलंगाना के वरिष्ठ भाजपा नेता जी. नारायण रेड्डी ने रामगोपाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी के अगुआई वाले गठबंधन एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को उम्मीदवार बनाया है। जब से मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया है तब से देश में हंगामा हो रहा है। इस लिस्ट में अब फिल्म्मेकर राम गोपाल वर्मा का नाम भी शामिल हो गया है। राम गोपाल ने हाल ही में द्रौपदी मुर्मू को लेकर एक विवादित ट्वीट किया। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में किए गए ट्वीट को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सख्त नाराजगी जताई है। इसके साथ ही उन्होंने फिल्मकार राम गोपाल वर्मा के खिलाफ पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है।
इन अधिनियम के तहत मामला दर्ज
हैदराबाद पुलिस ने कहा कि राम गोपाल वर्मा के खिलाफ जो शिकायत मिली है और उसे कानूनी राय के लिए भेजा गया है। कानूनी राय मिलने के बाद फिल्मकार रामगोपाल वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
राजा सिंह ने की आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग
गोशामहल के भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने भी मुर्मू के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए राम गोपाल वर्मा के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण है। टिप्पणी को अनुचित बताते हुए राजा सिंह ने मांग की कि पुलिस रामगोपाल वर्मा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करे।
राम गोपाल ने किया ये ट्वीट
राम गोपाल वर्मा ने 22 जून को ट्वीट में लिखा, ‘अगर द्रौपदी राष्ट्रपति हैं तो पांडव कौन हैं? उससे भी ज़रूरी यह है कि कौरव कौन हैं।’ द्रौपदी मुर्मू के नाम को महाभारत के चरित्रों से जोड़े जाने को लेकर बीजेपी ने राम गोपाल वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है।
इसपर बढ़ते विवाद को देखते हुए राम गोपाल ने सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि किसी की भावनाओं को आहत करना उनका मकसद नहीं था। यह सिर्फ एक गंभीर विडंबना में कहा गया था और किसी अन्य तरीके से इरादा नहीं था.. महाभारत में द्रौपदी मेरा पसंदीदा चरित्र है, लेकिन चूंकि नाम इतनी दुर्लभ है, इसलिए मुझे संबंधित पात्रों और इसलिए मेरी अभिव्यक्ति याद आई। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मकसद बिल्कुल नहीं है।