गोहद (भिंड) : सड़क की हालत खराब …? 32 करोड़ की सड़क में अब दरारें ही दरारें
नगर में अटल चौक से रेलवे स्टेशन तक पांच साल पहले 32 करोड़ की लागत से बनी फोरलेन सीमेंट- कांक्रीट रोड में कई जगह दरारें पड़ जाने से यह जर्जर हाल में पहुंचने लगी है। इस रोड के निर्माण के नाला निर्माण कार्य को भी आधा अधूरा कराए जाने से जलनिकासी के इंतजाम ठीक प्रकार से नहीं हो सके हैं। कुछ जगह पर जलभराव के हालात भी बन रहे हैं।
बारिश के दिनों में यह समस्या और अधिक बढ़ जाएगी। सर्वाधिक परेशानी छोटे वाहन चालकों और पैदल आवागमन करने वालों को करना पड़ रही है। खास बात यह है कि बीते पांच साल में एक भी बार सड़क पर मरम्मत का काम नहीं हुआ है, जबकि नगरवासी लगातार रोड पर पैचवर्क कराने की मांग कर रहे हैं।
यहां बता दें अटल चौक से स्टेशन रोड पर 6 किमी लंबी रोड का निर्माण नोएडा की आईएसपी कंपनी द्वारा कराया गया था। इसके भूमिपूजन के लिए 28 फरवरी 2016 को तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह गोहद आए और इस रोड का भूमिपूजन किया था। तब इस रोड निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने को लेकर बताया गया था कि इसके निर्माण में लिक्विड सीमेंट डाला जाएगा और आधुनिक मशीनों से रोड का निर्माण कराया जाएगा।
रोड निर्माण के दौरान 5 करोड़ की लागत से बेसली नदी पर एक पुल का भी निर्माण कराया गया था। इसके साथ ही नालियाें का निर्माण भी कराया गया था। लेकिन निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर जितने वादे किए गए थे वह सभी इसके निर्माण के बाद से घटिया निर्माण कार्य का बखान करने लगे। लोगों का कहना है कि उक्त रोड के निर्माण के वक्त बताया गया था कि इसकी 25 साल की मेंटेनेंस सहित गारंटी भी निर्माता कंपनी की रहेगी लेकिन रोड पांच- छह साल में जर्जर हाल में पहुंच गई है।
अफसरों से करेंगे चर्चा
सीसी रोड के खराब होने के संदर्भ में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी तथा कार्य कराने वाले संबंधित कंपनी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई किए जाने के लिए निर्देशित किया जाएगा। इसके साथ ही आवागमन में होने वाली परेशानी के मद्देनजर तात्कालिक कार्य कराने के भी निर्देश दिए जाएंगे। –शुभम शर्मा, एसडीएम, गोहद
6 किमी की रोड में दरारें ही दरारें
अटल चौक से लेकर स्टेशन तक की सीसी रोड में निर्माण के बाद गारंटी अवधि गुजरने के पहले ही जर्जर हो गई है। समूची में यह देखना होगा कि इसमें कहां दरारें नहीं हैं क्योंकि अधिकांश जगह छोटी-बड़ी दरारें आ गई हैं। जिसमें दो पहिया वाहन चालकों के वाहन का गिरने का खतरा बना हुआ है। कई जगह रोड के किनारों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं जिनसे गिट्टी निकल रही है।
बरसात में पानी भरने से यहां वाहन चालकों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोड निर्माण के दौरान आवासीय क्षेत्र में रोड के दोनों ओर बनाई जाने वाली नालियों का निर्माण भी घटिया स्तर का किया गया जिससे कुछ ही समय में ने नालियां टूट गईं। ऐसे में आवासीय क्षेत्र में मकानों के आगे गंदा पानी फैलने लगा है। जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है।
रोज गुजरते हैं चार हजार से अधिक वाहन
भिंड एवं ग्वालियर की ओर जाने वाले वाहनों की सुविधा के लिए यह प्रमुख रोड है। ऐसे में यहां से दिनभर में लगभग चार हजार से अधिक बड़े एवं भारी वाहन गुजरते हैं। भिंड की ओर से आने वाले वाहन इसी रास्ते से मौ-सेंवढ़ा की ओर जाते हैं। जिनमें रेत के डंपर सहित यात्री बसें भी होती है। इसके साथ ही इतने ही छोटे वाहन भी यहां से निकलते हैं। सड़क खराब होने की वजह से यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं, इसके बाद भी जिम्मेदार अनदेखी कर रहे हैं।