आदिवासी महिला को जिंदा जलाने के मामले पर भड़के कमलनाथ, CM शिवराज से कह दी बड़ी बात
गुना में आदिवासी महिला को जिंदा जलाने के मामले में कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, शिवराज सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं…..
गुना. मध्य प्रदेश के गुना में सामने आए सहरिया आदिवासी महिला को जिंदा जलाने के मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। बताया जा रहा है कि, खेत पर महिला को आरोपियों ने कथित तौर पर डीजल डालकर आग के हवाले कर दिया। इस घटना में महिला 80 फीसदी झुलस गई है। महिला बचाने की गुहार लगाती रही। आरोपी उसका वीडियो बनाते रहे। महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे भोपाल रेफर किया गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, शिवराज सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।

गुना में महिला को जिंदा जलाने के मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘शिवराज सिंह चौहान सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुना जिले के धनोरिया गांव में सहरिया आदिवासी समुदाय की महिला को डीजल डालकर जलाने का मामला सामने आया है। महिला की हालत अत्यंत गंभीर है।’ कमलनाथ ने आगे कहा कि, महिला के पति का कहना है कि, उन्होंने 23 जून को अपनी सुरक्षा को खतरा होने संबंधी आवेदन पुलिस को दिया था, बावजूद इसके उन्हें सुरक्षा नहीं मिली। मैं शिवराज सिंह से पूछना चाहता हूं कि, आदिवासी समुदाय के प्रति उनकी सरकार का ऐसा शत्रुतापूर्ण रवैया क्यों हैं? प्रदेश में आदिवासी समुदाय कब सुरक्षित होगा?’
एक अन्य ट्वीट में कमलनाथ ने सीएम शिवराज से कहा कि, ‘मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि, पीड़ित आदिवासी महिला को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। उसके पूरे परिवार को समुचित सुरक्षा उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। परिवार को पहुंचे इस कष्ट के लिए तत्काल मुआवजा दिया जाए और आरोपियों को कड़ा दंड दिया जाए।
पको बता दें कि, 80 फीसदी जली महिला फिलहाल किसी तरह का बयान देने की स्थिति में नहीं है। घटना शनिवार दोपहर को बमोरी के धनोरिया गांव की है। महिला के परिजन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने इसके बाद दो आरोपियों को हिरासत में भी लिया है। जांच के लिए गांव में कलेक्टर और एसपी ने खुद मौर्चा संभाल लिया है।
पुलिस ने बताया कि, रामप्यारी बाई उसके पति अर्जुन सहरिया काे खेत में जली अवस्था में मिली। अर्जुन ने बताया कि, जब वो खेत जा रहा था, तब वहां से कथित आरोपी प्रताप, हनुमत, श्याम किरार, उन तीनों की पत्नियां और मां ट्रैक्टर से भाग रहे थे। उसकी पत्नी रामप्यारी खेत में पेड़ के पास मिली। उसके सारे कपड़े जल गए और वहां काफी धुआं उठ रहा था।
पीड़िता के पति का कहना है कि, उन्होंने 23 जून को इस संबंध में एसपी को आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने आरोपियों से अपनी जान का खतरा बताया था। इससे पहले उन्होंने बमोरी थाने में भी आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। फरवरी में आरोपियों ने बमोरी तहसील प्रांगण के पास अर्जुन के साथ भी मारपीट की थी। इसकी FIR भी दर्ज कराई गई थी।