एंकर रोहित रंजन फरार घोषित …?

गिरफ्तारी के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की रेड; मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, पर वकील ने कहा-याचिका ही दायर नहीं

न्यूज चैनल के एंकर ​​​​​की गिरफ्तारी को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है। एक ओर एंकर रोहित रंजन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए 7 जुलाई की तारीख तय कर दी, वहीं वकील ने बताया कि हमने तो याचिका ही दायर नहीं की है। इसके बाद जज ने अधिवक्ता को फटकार भी लगाई। दूसरी ओर रायपुर पुलिस ने एंकर को फरार घोषित कर दिया है। अब उनके संभावित ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं।

रोहित रंजन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने मीडिया से कहा कि एंकर के शो में एक गलती चली गई थी। अब छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। फिर एक केस की सुनवाई के दौरान वकील ने कोर्ट में कहा कि रोहित रंजन पर कई एफआईआर दर्ज की है। इस पर जल्द सुनवाई हो, वरना उन्हें बार-बार हिरासत में लिया जाएगा। इस पर कोर्ट ने कल की तारीख दे दी, पर फिर बताया गया कि याचिका ही दायर नहीं की गई है।

एंकर रोहित रंजन के फ्लैट पर पहुंची रायपुर पुलिस तो वहां ताला लगा मिला।
एंकर रोहित रंजन के फ्लैट पर पहुंची रायपुर पुलिस तो वहां ताला लगा मिला।

दरअसल, यह पूरा मामला शुरू हुआ छत्तीसगढ़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के विवाद के साथ। रायपुर पुलिस की गिरफ्तारी से पहले ही नोएडा पुलिस एंकर रोहित रंजन को छुड़ाकर ले गई। कांग्रेस नेताओं के दबाव और काफी हंगामे के बाद मंगलवार देर रात गिरफ्तारी दिखाई। फिर जमानत पर रिहा कर दिया। इसके बाद से एंकर का पता नहीं है।

रायपुर पुलिस की टीम बुधवार सुबह करीब 9 बजे आरोपी एंकर रोहित रंजन के गाजियाबाद स्थित निवास पहुंची थी। पुलिस ने बताया कि वहां घर लॉक था और आरोपी एंकर फरार हो चुका था। दूसरी ओर नोएडा पुलिस का कहना है कि उनके पास दर्ज FIR पर पूछताछ के लिए एंकर को लाया गया था, उसके बाद गिरफ्तारी की गई।जमानतीय धाराओं में अपराध होने के चलते उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

रायपुर पुलिस के 15 जवानों को लेकर पहुंचे हैं DSP

रायपुर पुलिस के डीएसपी उदयन बेहार के साथ 15 पुलिस जवानों की टीम रोहित रंजन को गिरफ्तार करने गाजियाबाद पहुंची थी। उदयन द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबिक अब सीजी की पुलिस यूपी की पुलिस की बदसलूकी झेल रही है। गिरफ्तारी में खलल पैदा करने के बाद जब रायपुर की पुलिस ने यूपी पुलिस के अफसरों की शिकायत करने की सोची तो वहां भी कोई सहयोग नहीं मिला।

यूपी पुलिस से भी रायपुर पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।
यूपी पुलिस से भी रायपुर पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।

डीएसपी उदयन ने बताया कि इंदिरापुरम थाने में उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत करनी चाही तो एक जिम्मेदार अधिकारी ने कह दिया कि जो करना है कर लो। जहां शिकायत करनी है कर लो.. उन्होंने रायपुर पुलिस की शिकायत नहीं ली। उन्होंने बताया कि अदालत का गिरफ्तारी वारंट रोहित रंजन के खिलाफ हमारे पास था। यह वारंट नॉन बेलेबल है इसके बावजूद स्थानीय पुलिस और लोगों ने इस गिरफ्तारी में बाधा उत्पन्न की। रोहित रंजन ने खुद स्थानीय पुलिस को खबर दी। इसके बाद माहौल खराब हुआ उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया।

एक न्यूज चैनल के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने रायपुर पुलिस की टीम मंगलवार को गाजियाबाद पहुंची। रायपुर पुलिस की टीम न्यूज एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने ही वाली थी कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने की टीम और नोएडा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, रायपुर की टीम के साथ जबरदस्त झड़प हुई। आखिरकार मंगलवार रात करीब 10 बजे UP की नोएडा पुलिस ने रोहित रंजन की गिरफ्तारी दिखा दी। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा भी कर दिया।

गाजियाबाद एसपी ने नहीं उठाया फोन

रंजन को गिरफ्तार करने गई रायपुर पुलिस की टीम ने हालात को बिगड़ता देख गाजियाबाद जिले के एसपी को भी फोन किया। एसपी के स्टाफ ने कॉल रिसीव किया और कह दिया कि साहब व्यस्त हैं । नोएडा और इंदिरापुरम थाने की पुलिस ने अपने जवानों को रोहित रंजन के चारों तरफ घेर दिया। रोहित रंजन को सुबह-सुबह उनके फ्लैट से बाहर निकाला। रायपुर पुलिस के अधिकारियों से कह दिया गया कि इन्हें इंदिरापुरम थाने ले जा रहे हैं मगर वहां कोई नहीं मिला।

अब कहां है रोहित

देर रात इस मामले में बवाल बढा तो कांग्रेसियों ने नोएडा के सेक्टर 20 थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस वालों से पूछा कि आखिर किस केस में रोहित को पुलिस की हिरासत में रखा गया है। यहां पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी। रोहित इस वक्त कहां है आधिकारिक तौर पर रायपुर पुलिस को इसकी कोई जानकारी उत्तर प्रदेश की पुलिस ने नहीं दी है।

रायपुर में कांग्रेस MLA ने कराई FIR

न्यूज़ चैनल में अपने शो के दौरान रोहित रंजन ने राहुल गांधी की का एक बयान गलत खबर के संदर्भ में पेश कर दिया। पुराने बयान को उदयपुर की हिंसक घटना से जोड़कर पेश किया गया। मामले की शुरुआत 3 जुलाई से हुई। छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के सिविल लाइन थाने में FIR हुई। आरोपी बनाए गए जी ग्रुप के चेयरमैन, निदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले एंकर रोहित रंजन।

भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की तहरीर पर एक्शन हुआ। रायपुर पुलिस ने धोखाखड़ी, गाली गलौच, साजिश रचने, धमकी देने जैसी धाराओं में लिखा पढ़त की। विधायक का कहना है,” राहुल गांधी ने वायनाड में कांग्रेस कार्यालय पर हमले पर जो बयान दिया, वो उदयपुर की घटना से जोड़कर दिखाया गया था।”

12 सौ किमी दूरी तय करके 5 जुलाई को गाजियाबाद पहुंचे

4 जुलाई को रायपुर की स्पेशल CJM कोर्ट ने एंकर रोहित रंजन का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। इसी वारंट को लेकर रायपुर के नगर पुलिस अधीक्षक उदयन बिहार 5 जुलाई की सुबह 5 बजे गाजियाबाद के इंदिरापुरम के न्यू स्कोटिस सोसाइटी में पहुंचे। यही रोहित रंजन रहते हैं। 1200 किमी की दूरी तय करने वालों में 15 पुलिसकर्मियों की टीम थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *