भोपाल : कम वोटिंग से सियासी टेंशन: 133 निकायों में 61 फीसदी वोटिंग

पार्टियों का कैलकुलेशन बिगड़ा, विधायक निशाने पर…

शहर सरकार के चुनाव के पहले चरण ने सियासी दलों काे गुणा-भाग करने पर मजबूर कर दिया है। उम्मीद थी कि मानसून रुका रहा तो वोटर घरों से निकलेंगे, लेकिन 11 नगर निगमों में मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में काफी घट गया। सागर नगर निगम के 48 वार्डों में 60.90% मतदान हुआ है।

जो पिछली बार से 4.6% कम है। सिंगरौली में तो 12.28 प्रतिशत तक मतदान कम हुआ। भोपाल में 4.4% और ग्वालियर में 9.41% वोट कम पड़े। कुल 133 निकायों के चुनावों में 61 फीसदी तक वोटिंग हुई। दोनों पार्टियों की ओर से कहा गया था कि विधायक-सांसद एक्टिव रहें, लेकिन कई जनप्रतिनिधियों के क्षेत्रों में वोटिंग कम हुई है।

कम वोटिंग से परिणाम विपरीत हुए तो उन क्षेत्रों के विधायक व सांसद निशाने पर होंगे। बहरहाल, राज्य निर्वाचन आयोग में बुधवार को दिनभर गहमागहमी रही। आयोग के पास करीब 40 शिकायतें पहुंचीं, जिनमें मतदाता सूची में नाम नहीं होने से लेकर विवाद, लड़ाई-झगड़े का जिक्र है।

भोपाल-इंदौर में 5-5, ग्वालियर-जबलपुर में 3-3 और पालिका में 2 व परिषद में एक ईवीएम रिजर्व रखी गई थी। सर्वाधिक ईवीएम इंदौर और ग्वालियर में खराब हुईं। 30 जिलों में वोटिंग सवा छह बजे तक पूरी हो गई थी, लेकिन 14 जिलों में वोटिंग देर शाम तक जारी रही।

सबसे बुजुर्ग वोट

116 साल के बलिराम लोवंशी ने हुजूर विधानसभा के वार्ड 84 हनौतिया (कोलार) के बूथ क्रमांक 2124 पर वोट डाला।

प्रदेश में महिलाओं से पुरुष आगे

इंदौर : वार्ड 22 में भाजपा प्रत्याशी चंदू शिंदे और कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शिंदे की गाड़ी फोड़ दी।

विधायक-निर्दलीय प्रत्याशी भिड़े
ग्वालियर : कांग्रेस महापौर प्रत्याशी शोभा सिकरवार के पति विधायक सतीश सिकरवार व निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी के समर्थकों में झड़प। दोनों पर केस दर्ज।

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