अमरनाथ यात्रा पर प्रकृति की मार! जानिए कब-कब हुए बड़े हादसे

Amarnath Yatra : अमरनाथ में बाबा बर्फानी की गुफा के पास बादल फटने से 35 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में कई दर्जनों लोग घायल और लापता हो गए। यह पहली बार नहीं है जब अमरनाथ यात्रा पर प्राकृतिक आपदा की मार पड़ी हो। पहले भी कई बार श्रद्धालु प्रकृति के प्रकोप का शिकार हो चुके है।

नई दिल्ली : अमरनाथ धाम हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। ऐसी मानता है कि बाबा बर्फानी यानी अमरनाथ के पवित्र शिवलिंग के दर्शन से मनोकामना पूर्ण होती है। गुफा में स्थित बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आए सैलाब में कई टेंट बह गए। इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 के करीब घायल हो गए है। 48 लोग लापता बताए जा रहे है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ के जवान रेस्क्यू में जुटे हैं। एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं।

हर साल 100 श्रद्धालुओं की मौत

यह पहली बार नहीं है जब अमरनाथ यात्रा पर प्राकृतिक आपदा की मार पड़ी हो। पहले भी कई बार श्रद्धालु प्रकृति के प्रकोप का शिकार हो चुके है। हर साल औसतन करीब 100 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के दौरान प्राकृतिक हादसों में मौत होती है। जानते हैं श्रद्धालु कब-कब प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हुए।

जुलाई 1969
अमरनाथ यात्रा के दौरान सबसे पहला बड़ा हादसा साल 1969 में हुआ था। इस साल जुलाई महीने में भी बादल फटने से करीब 100 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। यह घटना अमरनाथ यात्रा के इतिहास की पहली बड़ी घटना भी मानी जाती है।

16 जुलाई, 2017
अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं से भरी एक बस जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर रामबन जिले के पास एक गहरी खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 से ज्यादा घायल हो गए।

12 जुलाई, 2018

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों का वाहन जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़े एक ट्रक से जा टकराया। इस दौरान 13 तीर्थयात्री गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

26 जुलाई, 2019
अमरनाथ यात्रा के दौरान 1 से 26 जुलाई के बीच 30 श्रद्धालुओं की जान गई थी। इन मौतों की वजह श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा यात्रा शुरू करने से दो महीने पहले तक श्रद्धालुओं को इस कठिन यात्रा के बारे में जागरूक न करना बताया गया।

अमरनाथ यात्रों पर आतंकी हमला
अमरनाथ यात्रा पर प्राकृतिक आपदा के अलावा आतंकी हमले का भी हमेशा खतरा बना रहा है। अब तक आतंकी हमलों में कई श्रद्वालुओं की जान जा चुकी है।
— साल 1993 में हरकत-उल-अंसार ने तीन श्रद्धालुओं की हत्या कर दी थी।
— साल 1994 में आतंकियों ने दो श्रद्धालुओं को शिकार बनाया था।
— साल 2000 में आतंकियों ने पहलगाम बेस कैंप पर हमला कर दिया था जिसमें 35 लोग मारे हुई थी।
साल 2001 में आतंकियों ने 12 तीर्थ यात्रियों की हत्या की।
— साल 2002 में आतंकियों के हमले में 10 श्रद्वालुओं की जान गई थी।
— साल 2006 में एक श्रद्धालु की मौत हुई थी।
— साल 2017 में श्रद्धालुओं की बस पर अंधाधुंध गोलीबारी में सात की मौत हो गई थी और 32 घायल हुए थे।

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