ग्वालियर : मतदाता पर्चियों की जांच के लिए पहुंचे तथ्य, दो दिन बाद आएगी रिपोर्ट

नगर निगम के 66 वार्डों में हुए मतदान के दौरान मतदाता पर्चियां न पहुंचने के मामले की जांच जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने शुरू कर दी है…

ग्वालियर। नगर निगम के 66 वार्डों में हुए मतदान के दौरान मतदाता पर्चियां न पहुंचने के मामले की जांच जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने शुरू कर दी है। जिन तथ्यों के आधार पर जांच शुरू की जा रही हैं,उनमें पर्ची वितरण का तरीका क्या था, कितने मतदाताओं तक पर्ची पहुंची और जो पर्चियां बाकी रहीं उनको वितरित क्योंं नहीं किया गया। इन सभी बिंदुओं को लेकर नगर निगम और सहायक निर्वाचन अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट मांगी है। रविवार को सहायक निर्वाचन अधिकारियों ने कुछ जानकारी जिपं सीईओ को सौंप दी है। पूरी जानकारी सामने आने के साथ ही दो दिन में जांच करके पूरी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपी जाएगी। जांच में मुख्य रूप से यह देखा जाएगा कि कर संग्राहकों को जो जिम्मेदारी दी गई थी, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को किस तरह से निभाया है।

मतदाता पर्चियों की जांच के लिए पहुंचे तथ्य, दो दिन बाद आएगी रिपोर्ट

मतदाता पर्चियों की जांच के लिए पहुंचे तथ्य, दो दिन बाद आएगी रिपोर्ट
-मतदाता सूचियों के हिसाब से पर्चियां मतदान से लगभग 15 दिन पहले आ गई थीं। वितरण अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद भी वितरित होने में देर क्यों लगी।
-मतदाता पर्चियां बांटने पहुंचे प्राधिकृत अधिकारी सहित सहायक कर्मियों द्वारा नोडल अधिकारियों को समय पर पर्ची वितरण की जानकारी दी गई थी या नहीं।
-मतदाता पर्चियों के वितरण को लेकर जांच शुरू कर दी है। नगर निगम और सभी एआरओ से जानकारी मांगी है। कुछ बिंदु तय किए गए हैं, जिनके आधार पर जांच पूरी की जाएगी।
आशीष तिवारी, सीईओ-जिला पंचायत
स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर फिर आरोप, पीछे के गेट पर नहीं एक भी जवान
17 जुलाई को नगर निगम के 66 वार्डों में हुए मतदान की मतगणना होगी। इसके लिए स्ट्रांग रूम में सभी ईवीएम रखी गई हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका को ध्यान में रखकर शहर के विभिन्न वार्डों से चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस, आप सहित अन्य दलों और निर्दलीय प्रत्याशी और उनके समर्थक भी स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा जमाए हैं। रविवार को प्रत्याशी समर्थकों ने पीछे के गेट पर जवानों के तैनात न होने का आरोप लगाकर सुरक्षा में कमी का दावा किया था। इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह से भी बात की थी। प्रत्याशी समर्थकों का कहना था कि पीछे के गेट पर सिर्फ एक ताला लगा है और उस पर धागे लगे हैं,जबकि ताले पर सील होनी चाहिए थी। पुलिस ने सभी को पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया, इसके बाद भी समर्थकों ने पीछे के गेट के पास ही तिरपाल लगाकर डेरा जमा लिया है। दोपहर में हुई बारिश के दौरान भी सभी प्रत्याशी समर्थक स्ट्रांग रूम के बाहर डटे रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *