ग्वालियर। सट्टा किंग संतोष घुरैया पर गेंबलिंग एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज थी, जिसके चलते वह छूट जरूर गया लेकिन पुलिस अफसरों की निगाह अभी भी उस पर बनी हुई है। उसके और उसके स्वजनों के करीबियों पर निगरानी रखी जा रही है। पुलिस उसकी संपत्ति, लक्जरी गाड़ी और बैंक खातों की पड़ताल के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भी पत्र लिखने की तैयारी कर रही है। इसे लेकर एसएसपी ने मुरार के सीएसपी ऋषिकेष मीणा को जिम्मेदारी दी है। एक गोपनीय टीम भी उस पर निगरानी के लिए लगाई गई है, जो उसकी हर गतिविधि पर निगाह रखेगी।

शहर से क्रिकेट पर सट्टे का काला कारोबार शुरू कर देश के बड़े-बड़े शहरों तक इसे फैलाने वाला संतोष घुरैया रविवार को दुबई जाते समय दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। इस बार पुलिस ने उसके पकड़े जाने के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी नहीं किया था। लेकिन पहले वह पकड़ा जा चुका था, इसलिए इमीग्रेशन में उसे सीआइएसएफ ने पकड़ लिया। फिर ग्वालियर पुलिस को सूचना दी। उसके पकड़े जाते ही तमाम रसूखदारों के फोन आए लेकिन पुलिस अफसर उसे छोड़ने को तैयार नहीं थे। उसे ग्वालियर लाया गया। पूछताछ में उसने करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है, लेकिन अभी भी काफी राज वह दबाए हुए हैं। जितनी संपत्ति उसने बताई है, उससे काफी ज्यादा संपत्ति उसके पास है। इसके चलते पुलिस उसके पीछे लगी है। पुलिस उसके अलावा उसके स्वजनों के नाम संपत्ति, बैंक खातों की भी पड़ताल में लगी है। उधर एसएसपी अमित सांघी ने पुलिस अफसरों को संतोष की हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए भी बोला है। अब इसकी शुरुआत कैसे हो सकती है, इसे लेकर कानूनविदों से भी सलाह ली जा रही है। ़9ि9 हब की जानकारी, 11 हब तक नहीं पहुंची पुलिस: 99 हब की जानकारी तो पुलिस को मिल गई है, इसे बंद करने के लिए भी पत्र लिख दिया गया है। लेकिन 11 हब बेवसाइट भी इसी की बताई जा रही है। इसके अलावा गोवा में कसिनो में भी साझेदारी का पता लगा है। इसकी पड़ताल भी चल रही है।