मप्र के पहले 8 लेन हाईवे का 80% काम पूरा; हर 5 किमी पर जांचेंगे स्पीड, 120 से ज्यादा होते ही कार्रवाई
प्रदेश के पहले 8 लेन नेशनल हाईवे का 80% काम पूरा हो चुका है। 1000 किमी लंबा यह दिल्ली-वडोदरा हाईवे मप्र के गरोठ से झाबुआ तक होकर गुजरेगा। मप्र में इसका 245 किमी लंबा हिस्सा आएगा। इस पर हर पांच किमी पर वाहनों की स्पीड मॉनिटर की जाएगी। 11 हजार करोड़ से बन रहे हाईवे को एक्सेस कंट्रोल हाईवे नाम दिया गया है।
एनएएचआई इसे बना रहा है। इस पर सात इंटरचेंजेस रहेंगे। टोल भी इसी के हिसाब से देना होगा। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि इस का काम अक्टूबर-नवंबर तक पूरा हो जाएगा। अभी चंबल पुल का काम बचा है। यह रोड रतलाम से भी 22 किमी दूर से निकल रहा है।
- यह ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट रोड है। यानी जंगल, खेत, बंजर भूमि से गुजरा है। तय स्पीड से चले तो ढाई घंटे में 245 किमी पार हो जाएगा।
- एक्सेस कंट्रोल हाईवे पर दिन-रात मॉनिटरिंग होगी। हर एक किमी पर हाई रिजोल्यूशन कैमरे रहेंगे, जिनकी रेंज ही 500 मीटर तक रहेगी।
- हर पांच किमी पर स्पीड चेक होगी। कार की स्पीड 120 किमी प्रतिघंटे से बढ़ती है तो तत्काल संबंधितों के पास मैसेज जाएगा तो कार्रवाई होगी।
- हाईवे पेट्रोलिंग करने वालों के पास भी इस संबंध में तत्काल ओवर स्पीडिंग वाहन के नंबर का फोटो और नंबर जाएगा।
- रतलाम जिले में जावरा के पास इसका कंट्रोल रूम बनेगा। इसमें स्पीड मॉनिटरिंग वाले एक्सपर्ट होंगे। इन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी।