पीएम आवास योजनाः ‘साहब के इशारे पर कर रहे थे वसूली’
सिसवा नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के नाम पर सुविधा शुल्क लेने के आरोप में गिरफ्तार दोनों कर्मचारियों ने अपने बयान में वसूली का पूरा खेल ही खोल दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरुवार और शुक्रवार को उनसे पूछताछ में अहम सबूत हाथ लगे हैं, जिससे पता चला है कि दोनों कर्मचारी किसी बड़े साहब के लिए वसूली करते थे। इसमें सत्ताधारी दल के एक नेता के साथ ही नगर पंचायत व डूडा के जिम्मेदारों का भी हिस्सा बंधा था।
पीएम आवास में धनउगाही के मामले में गिरफ्तारी के बाद से ही सिसवा कस्बे में चर्चा शुरू हो गई। दबी जुबान से लोग कहते रहे कि ये दोनों कर्मचारी तो मोहरे मात्र थे। असली मलाई खाने वाला तो कोई और है। वह आज भी खुलेआम घूम रहा है। उसी के इशारे पर दोनों कर्मचारी लाभार्थियों से सुविधा शुल्क लेते रहे। चर्चा तो यहां तक रही कि नगर पंचायत से जुड़े एक नेता के इशारे पर सुविधा शुल्क लेने का कार्य होता रहा। कार्रवाई के बाद से ही उस नेता ने लखनऊ में ठिकाना बना लिया है।
आरोपितों के बयान से सामने आए कई चेहरे
गुरुवार और शुक्रवार को पुलिस दिन भर आरोपितों से पूछताछ करती रही। सूत्रों के अनुसार आरोपितों ने पुलिस के सामने जो बयान दिया है उससे नगर पंचायत के कुछ और भी चेहरे सामने आएंगे। संभव है कि मुकदमे में धारा बढ़ने के साथ ही नाम भी बढ़ेगा। अब देखना यही है कि पुलिस अपनी विवेचना में आरोपितों के बयान में क्या रिपोर्ट लगाती है।
ऐसे खुला वसूली का पूरा खेल
सिसवा नगर पंचायत में कुछ निकाय कर्मचारियों की ओर से लाभार्थियों से आवास पास कराने, अपात्रों को पात्र बनाने व प्रथम, द्वितीय, तृतीय किश्त के नाम पर वसूली की शिकायतें प्रकाश में आ रही थीं। इसकी जानकारी डीएम अमरनाथ उपाध्याय को हुई। उनके निर्देश पर गुरुवार को पीओ डूडा दिवाकर भारती टीम के साथ सिसवा में जांच के लिए पहुंचे।
पता चला कि नगर पंचायत के कर्मचारी शकील अहमद व अनिल आवास दिलाने के नाम पर सुविधा शुल्क ले रहे हैं। जांच टीम ने गवाहों के बयान व साक्ष्य के आधार पर रिपोर्ट डीएम को भेजी। डीएम के निर्देश के बाद डूडा के इंजीनियर इन्द्रसेन पाठक ने कोठीभार थाने में तहरीर देकर दोनों कर्मचारियों पर 419, 420 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। मामला डीएम के निर्देश का होने के कारण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुरुवार भोर में ही दोनों आरोपित कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। थाने में पूरे दिन मामले में पूछताछ होती रही। शुक्रवार को दोनों को जेल भेज दिया गया।