अंबेडकरनगर में फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहे 14 हास्पिटल …? 42 अस्पताल में 27 डाक्टरों की तैनाती, बेहाल है आयुर्वेदिक अस्पताल
अंबेडकरनगर का आयुर्वेदिक अस्पताल कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है, यहां के अस्पतालों में कही डॉक्टर है तो कहीं फार्मासिस्ट नही है और कही फार्मासिस्ट है तो डॉक्टर नही। इसकी वजह से आयुर्वेदिक चिकित्सा से इलाज की उम्मीद रखने वाले मरीजों का समुचित इलाज नही हो पाता है। आकंडों पर गौर करे तो जिले में 14 ऐसे आयुर्वेदिक चिकित्सालय है, जो फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहे है। वही 12 ऐसे अस्पताल है, जंहा दवा देने के लिए फार्मासिस्ट नही हैं। ऐसे में मरीजों की सेहत की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है।
जिले में 42 अयुर्वेदिक अस्पताल
प्रदेश सरकार आयुर्वेदिक इलाज को बढ़ावा देने का दावा करती है, लेकिन आयुर्वेदिक अस्पतालों की स्थित बद से बदतर है। कहने को तो जिले में मरीजो के इलाज के लिए 42 अयुर्वेदिक अस्पताल है, लेकिन इन अस्पतालों में डॉक्टरों और फार्मासिस्ट की कमी है, जिससे यहां इलाज की उम्मीद लेकर आने वाले मरीजो का समुचित इलाज नही हो पाता है।
फार्मासिस्ट के भरोसे 14 हॉस्पिटल
जिले में 42 अस्पतालों के संचालन के लिए 42 डॉक्टरों के पद सृजित किये गए थे, लेकिन वर्तमान में केवल 28 डॉक्टरों की नियुक्ति है। ये 28 डॉक्टर 28 अस्पतालों पर नियुक्त है, लेकिन 14 अस्पतालों पर डॉक्टरों के पद खाली है। इसके चलते इन अस्पतालों पर फार्मासिस्ट ही मरीजो की जांच कर इलाज करते है।
12 अस्पतालों में नही है फार्मासिस्ट
जिले के 42 आयुर्वेदिक अस्पतालों में मरीजो को दवा देने के लिए 42 फर्मासिस्ट के पद सृजित किये गए है, लेकिन वर्तमान में 30 फार्मासिस्ट की नियुक्ति हुई है, जिससे 12 अस्पतालों में फार्मासिस्ट के पद खाली है। जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ निशा वर्मा ने बताया कि आयुर्वेदिक अस्पताल में डॉक्टर और फार्मासिस्ट की कमी है। कर्मचारियों की कमी होने से दिक्कत होती है, लेकिन जितने भी कर्मचारी है, उनसे मरीजो को बेहतर इलाज किया जा रहा है।