3 घंटे इंतजार के बाद भी नहीं लगा टीका …? नोएडा जिला अस्पताल में टाइम से नहीं आते डॉक्टर, कोरोना गाइडलाइन भी नहीं होती फॉलो
नोएडा में सेक्टर-30 के जिला अस्पताल में लापरवाही हो रही है। सोमवार को एक परिवार सुबह साढ़े आठ बजे बच्चे को टीका लगवाने के लिए पहुंचा। तीन घंटे इंतजार करने के बाद भी बच्चे को टीका नहीं लग सका। अब वे प्राइवेट अस्पताल में जाने की सोच रहे है या फिर कल दोबारा आएंगे।
सुबह आठ बजे से रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भीड़ लगनी शुरू होती है। 11 बजे तक हॉल में खड़े होने की जगह नहीं । यहां रोजाना 2000 मरीजों की ओपीडी हो रही है। कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं हो रहा। जबकि एक सप्ताह में नोएडा में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े है। यहां सुबह आठ से पर्चे बनने शुरू होते है। आठ से दो बजे तक ओपीडी होती है। जांच 12 बजे तक होती है।
मरीजों को रेडिएशन खतरा
हाल ही में यहां एक महिला के अल्ट्रासाउंड के बाद गर्भस्थ जिंदा बच्चे को मृत बता दिया था। फटकार लगने के बाद भी अल्ट्रासाउंड का कक्षा खुला है। इस मशीन से निकलने वाली विकिरण से मरीजों को परेशानी हो सकती है। अल्ट्रासाउंड कक्ष में प्राइवेसी नाम का कुछ नहीं है। मरीज बाहर से झांक कर अपने बारी कर इंतजार कर रहे हैं।
संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच नहीं हो रही
जिले में 11 से 17 जुलाई तक 289 कोरोना संक्रमित नए मरीज मिले। 18 से 24 जुलाई के बीच 428 कोरोना संक्रमित की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की। जो इससे पहले सप्ताह के मुकाबले करीब 48 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या पहले के सप्ताह में 298 थी, जो बढ़कर 382 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने 24 घंटे में कोरोना संक्रमित 69 नए मरीजों की पुष्टि की। होम आइसोलेशन और अस्पतालों से 58 स्वस्थ हुए। मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद संदिग्धों की जांच नहीं बढ़ाई गई है।
दो बार मंत्री का चुके दौरा
अस्पताल के सीएमएस पवन कुमार अरुण ने बताया कि ऐसा नहीं है कि टीकाकरण नहीं हो रहा है। पांच-दस मिनट के लिए इधर उधर हो गए होंगे। टीकाकरण कराने आए लोगों को थोड़ा धैर्य रखना होगा। बता दें, विगत महीने ही दो बार उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक अस्पताल का दौरा कर चुके है। लापरवाही को लेकर वे डाक्टरों को फटकार भी लगा चुके है। इसके बाद भी अस्पताल में अव्यवस्था है।