भ्रष्टाचार का मलबा ….? मंडीदीप ब्रिज बनाने वाली कंपनी का अजीब तर्क- डिजाइन गलत नहीं थी, डैम के सभी 13 गेट खोलने से बही रिटेनिंग वॉल

मंडीदीप के पास कलियासोत ब्रिज की रिटेनिंग वॉल और सड़क धंसने की जांच अब ईओडब्ल्यू करेगा। इसके लिए अफसरों को अनुमति भी मिल गई है। जल्द ही एमपीआरडीसी के संबंधित इंजीनियर्स और ब्रिज निर्माण से जुड़े अफसरों को नोटिस जारी किए जाएंगे।

निर्माण में बरती गई लापरवाही की पड़ताल प्राथमिक जांच रजिस्टर करने के बाद शुरू करेगी। इधर ब्रिज के मामले में सीडीएस इंफ्रा के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर केएस धामी ने हास्यास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि डिजाइन गलत नहीं थी। कलियासोत डैम के एकसाथ 13 गेट खोले जाने से पानी नींव में गया। मिट्टी में नमी आने से रिटेनिंग वॉल बह गई ।

ईओडब्ल्यू जांच के बिंदु

  • यदि ब्रिज की डिजाइन में कोई खामी थी तो एमपीआरडीसी के इंजीनियर्स ने आपत्ति क्यों नहीं ली?
  • बगैर डिजाइन और काम को परखे कंपनी को भुगतान क्यों किया गया?
  • गलत डिजाइन के लिए कौन-कौन अफसर जिम्मेदार है?
  • सीडीएस इंफ्रा के सिंगारचोली ब्रिज में मिली खामियों की अनदेखी क्यों की गई?
  • डिजाइन गलत थी तो आगे का काम क्यों नहीं रोका गया?

बड़ा सवाल… कंपनी और कंसल्टेंट तो ब्लैक लिस्ट हुए पर डिजाइन को मंजूरी देने वाले अफसर जांच से बाहर क्यों?

ब्रिज की मिट्टी धंसने और रिटेनिंग वॉल गिरने के मामले की प्रारंभिक जांच में इंजीनियरिंग डिजाइन में बड़ी खामी सामने आई है, लेकिन जांच के दायरे में सीनियर इंजीनियरों को नहीं लिया गया है। इस ब्रिज की डिजाइन करने वाले प्रमुख अफसर रिटायर हो चुके हैं।

इन सभी को जांच में शामिल नहीं किया गया है। शासन ने इस मामले में इंजीनियर एसपी दुबे को निलंबित किया है। साथ ही तत्कालीन जिला प्रबंधक पवन अरोड़ा और सहायक महाप्रबंधक डीके जैन (सेवानिवृत्त) के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

ईएनसी रिटायर हो गए, इसलिए जांच से बाहर

भोपाल-जबलपुर रोड के पैकेज-5 का निर्माण सालभर पहले मई 2021 में हुआ है। इसकी डिजाइन व ड्राइंग 2017 में तैयार हुई थी। मंडीदीप ब्रिज के निर्माण के समय ईएनसी अनिल चंसोरिया थे। ड्राइंग की मंजूरी ईएनसी की निगरानी में होती है।

डिजाइन को मंजूरी के दौरान एस चेंडके चीफ टेक्निकल एडवाइजर थे। ये दोनों रिटायर हो चुके हैं, जिसके चलते जांच से बाहर रखा गया है। रिटायर्ड ईएनसी चंसोरिया का कहना है कि वे 2018 में रिटायर हो गए थे। इसका चेंज ऑफ स्कोप बाद में हुआ और डिजाइन बदली गई।

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