लश्कर: बड़े बाजार, बड़ी सांठगांठ, नतीजा- सड़क पर जाम ही जाम

जाम की सबसे बड़ी वजह है- सड़कें घेरकर खड़े होने वाले हाथ ठेले, अवैध पार्किंग, सवारी वाहनों की मनमानी और दुकानदरों का सड़क किनारे अवैध कब्‍जा है …

ग्वालियर. शहर का प्रमुख इलाका- लश्कर। जहां हर बड़े बाजार में बड़ी सांठगांठ के कारण सड़कों पर जाम ही जाम है। सुबह होते ही जाम लगना शुरू होता है, रात तक यहां यातायात व्यवस्था बदहाल रहती है। जाम की सबसे बड़ी वजह है- सड़कें घेरकर खड़े होने वाले हाथ ठेले, अवैध पार्किंग, सवारी वाहनों की मनमानी और दुकानदरों का सड़क किनारे अवैध कब्जा। यहां हालात इतने खराब हैं कि आधी से ज्यादा सड़क पर अवैध कब्जा है और आधी सड़क से पूरा ट्रैफिक निकल रहा है। ऐसे में आम लोग दिनभर परेशान हो रहे हैं। सड़क से अवैध पार्किंग और हाकर, हाथ ठेले वालों पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार है ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम का मदाखलत अमला। दोनों ही विभागों के जिम्मेदार अफसर आंख बंद किए हुए हैं और आम जनता जाम में फंसकर परेशानी झेल रही है। जिम्मेदारों का कार्रवाई न करना, यह स्पष्ट इशारा है- कहीं न कहीं सांठगांठ के कारण सड़कों पर कारोबार से लेकर अवैध पार्किंग हो रही है। नईदुनिया ने लश्कर के प्रमुख बाजारों के हालात देखे, तब यह हकीकत सामने आई।

सराफा बाजार: दोपहर 1.30 बजे-

नईदुनिया टीम शहर के प्रमुख सराफा बाजार पहुंची। महाराज बाड़ा की ओर से सराफा बाजार में प्रवेश करते ही सड़क किनारे सुनार बैठे रहते हैं। इसके बाद सराफा बाजार से डीडवाना ओली तक, सड़क के दोनों तरफ दुकानदार दुकानों के बाहर भी सामान रखे हुए थे। कई दुकानदारों ने तो पांच से सात फीट तक फुटपाथ और सड़क घेर रखी थी, यहां सामान रखा हुआ था। इसके बाद दुकानदारों की गाड़ियां थीं, फिर यहां खरीदारी करने आने वालों की गाड़ियां। इतना ही नहीं दुकानदार और यहां के रहवासियों की चार पहिया गाड़ियां भी खड़ी थी। कुछ जगह तो हालात यह थे, महज 15 से 20 फीट की सड़क ही बची थी, यहां से ट्रैफिक निकल रहा था। सिर्फ एक छोर पर ट्रैफिक अमला मिला, चौकी पर कोतवाली थाने का स्टाफ मिला, जिनका ध्यान ट्रैफिक व्यवस्थित करने पर नहीं था।

जयेंद्रगंज से इंदरगंज चौराहा: दोपहर 2.15 बजे-

जयेंद्रगंज, यहां सड़क के दोनों तरफ अवैध पार्किंग है। राजीव प्लाजा के पीछे मल्टीलेवल पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करने की जगह सड़क घेरकर रखी गईं, दुकानदार भी इसमें शामिल हैं। सड़क किनारे हाथ ठेले लगे थे, सड़क पर गाड़ियां सुधारने से लेकर बेल्डिंग और गाड़ियों में एसेसरीज लगाने का काम हो रहा था। आधी सड़क से ट्रैफिक गुजर रहा था, इस वजह से यहां जाम लग रहा था। इंदरगंज चौराहे पर दुकानदारों ने सड़क घेर रखी है, अवैध पार्किंग से आधा चौराहा घिरा है।

दाल बाजार: दोपहर 2.30 बजे-

यहां सड़क के दोनों ओर मार्किंग की गई, जिससे लोडिंग वाहन मार्किंग के अंदर खड़े हों। लेकिन दुकानदारों ने दुकानों के बाहर सामान रख रखा है, इसके बाद लोडिंग वाहन खड़े हो रहे हैं। करीब 300 मीटर की पट्टी पूरी तरह जाम है। इस रास्ते को वन-वे किया गया, लेकिन पालन नहीं हो रहा। कहीं कोई ट्रैफिक पुलिस का जवान नजर नहीं आता।

हास्पिटल रोड: दोपहर 2.45 बजे-

अचलेश्वर रोड से इंदरगंज चौराहा होते हुए महाराज बाड़ा की ओर जाने वाले वाहन चालकों के लिए हास्पिटल रोड बेहतर वैकल्पिक मार्ग है। यहां से नया बाजार, हुजरात पुल, बैंड मार्केट और राक्सी पुल होते हुए महाराज बाड़े पहुंचा जा सकता है। जिससे इंदरगंज चौराहा, ऊंट पुल पर ट्रैफिक लोड कम होगा, लेकिन इस मार्ग का उपयोग वाहन चालक नहीं कर पाते। इसकी बड़ी वजह है- यहां हास्पिटल के बाहर अवैध पार्किंग हो रही है। एक भी ऐसा हास्पिटल नहीं है, जहां पार्किंग के इंतजाम हों। एक तरफ की सड़क ताे पार्किंग जोन ही बन गई है, एक तरफ से ट्रैफिक चल रहा है, जहां हाथ ठेलों का कब्जा है। नईदुनिया टीम पहुंची तो यहां यही हालात मिले। अगर सड़क से वाहन हट जाएं तो यहां दोनों ओर से ट्रैफिक शुरू हो सकता है और महाराज बाड़े आसानी से पहुंचा जा सकता है।

ये जिम्मेदार…यह है इनकी जिम्मेदारी और सफाई:

ट्रैफिक पुलिस: शहर की सड़कों पर जहां भी अवैध पार्किंग है, अवैध रूप से दुकानदार कब्जा किए हैं और यातायात अवरुद्ध कर रहे हैं, उनकी वीडियो रिकार्डिंग कर सीधे इन पर एफआइआर कराई जा सकती है। लेकिन ऐसा आज तक नहीं हुआ। अवैध पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को हटाना ट्रैफिक पुलिस की ही जिम्मेदारी है। यहां ट्रैफिक सुधारने की जिम्मेदारी ट्रैफिक थाना कंपू की है, जिसके प्रभारी सूबेदार अभिषेक रघुवंशी हैं और डीएसपी नरेश अन्नोटिया हैं।

नगर निगम: दुकानदारों द्वारा किया जाने वाला अतिक्रमण, हाकर, हाथ ठेले- इन पर कार्रवाई की जिम्मेदारी नगर निगम के मदाखलत अमले की है, लेकिन मदाखलत अमला कार्रवाई सिर्फ चुनिंदा जगह पर ही करता है।

 

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