भिंड : कामना निर्विरोध जिपं अध्यक्ष; पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह की पत्नी सहित 7 सदस्य रहे गायब
7 सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया में नहीं लिया भाग…..
आखिरकार जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष केपी सिंह भदौरिया की पुत्रवधू कामना सुनील सिंह भदौरिया जिला पंचायत की निर्विरोध अध्यक्ष बन गईं। अध्यक्ष की दौड़ में शामिल पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह की पत्नी मिथलेश सिंह समेत 7 सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया में भाग ही नहीं लिया।
वहीं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री नंदराम बघेल जिला पंचायत के निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने गए। दैनिक भास्कर ने 26 जुलाई के अंक में ही बता दिया था कि जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमेन की बहू कामना सिंह आगे चल रही हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए शुक्रवार को भाजपा नेता और जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष केपी सिंह की पुत्रवधू कामना सिंह 13 सदस्यों के साथ जिला पंचायत सभागार में पहुंचीं। पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह की पत्नी मिथलेश सिंह समेत करीब 7 सदस्य चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने नहीं पहुंचे।
जब अध्यक्ष पद के लिए नामांकन फार्म दाखिल करने की बारी आई तो केवल कामना सिंह ने ही फाॅर्म भरा और वे निर्विरोध अध्यक्ष चुन ली गईं। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने उन्हें अध्यक्ष बनने का प्रमाण पत्र दिया। कामना सिंह के अध्यक्ष बनते ही जिला पंचायत के बाहर रंग, गुलाल उड़ने लगा। समर्थक उनके ससुर केपी सिंह और पति सुनील सिंह को फूल माला पहनाकर बधाई देने लगे।
एक दिन पहले ही उपाध्यक्ष के लिए नंदराम के नाम पर लग गई थी मुहर
बताया जा रहा है कि कामना सिंह को अध्यक्ष बनाने के लिए सदस्यों की जो लॉबिंग हुई थी, उसी समय उपाध्यक्ष पद के लिए नाम पर रायशुमारी हो गई थी। लहार के वार्ड 11 से नंदराम बघेल का नाम उपाध्यक्ष के लिए तय हो गया था। नंदराम लहार भाजपा के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं।
साथ ही भाजपा किसान मोर्चा में प्रदेश मंत्री हैं। शुक्रवार को निर्वाचन प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद तयशुदा रणनीति के तहत कामना सिंह के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद उपाध्यक्ष पद के लिए सिर्फ नंदराम बघेल ने नामांकन फार्म दाखिल किया। वे भी निर्विरोध निर्वाचित हो गए।
कैबिनेट मंत्री और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष की रही अहम भूमिका
राजनीति के जानकारों की मानें तो कामना सिंह भदौरिया को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के पीछे प्रदेश सरकार में केबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया के साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश चौधरी की अहम भूमिका रही।
इसके अलावा राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया और भिंड विधायक संजीव सिंह भी कामना के लिए सदस्यों की लॉबिंग कर रहे थे। शुक्रवार को चुनाव के दौरान दोनों मंत्री के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष, भिंड विधायक शहर में ही मौजूद रहे। साथ ही कामना सिंह के निर्विरोध अध्यक्ष बनने के बाद सभी ने उन्हें और उनके ससुर केपी सिंह को बधाई दी।
एमबीए पास कामना सिंह बोलीं- योजनाओं का बेहतर तरीके से कराऊंगी क्रियान्वयन
जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद कामना सिंह ने कहा कि आज भी गांव में छोटी छोटी समस्याएं हैं। कहीं बिजली नहीं है, तो कहीं सड़क नहीं है। इन समस्याओं को दूर करना उनकी पहली प्राथमिकता होगा। उन्होंने कहा कि उनका परिवार राजनीति सिर्फ सेवा के लिए करता है, यही उनका ध्येय रहेगा।
कामना सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रबंधन की पढ़ाई (एमबीए) की है, इसलिए यहां भी उसका लाभ लेते हुए सरकार की योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियांवयन कराते हुए अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचाना प्रयास रहेगा है। इस मौके पर उनके साथ कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष नाथू गुर्जर, भिंड विधायक संजीव सिंह, अशोक भारद्वाज, धीर सिंह भदौरिया के अलावा कई भाजपा नेता मौजूद रहे।
इटावा रोड पर बंद रहा ट्रैफिक
जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन कार्यक्रम के चलते प्रशासन ने इटावा रोड पर कोतवाली से लेकर अग्रसेन चौराहा तक बेरीकेड्स लगाकर ट्रैफिक रोक दिया था। सुरक्षा के लिहाज निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान स्वयं भारी पुलिस फोर्स के साथ जिला पंचायत पर मौजूद रहे।