विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता की होगी जांच …? ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों के मानसिक विकास में आई कमी, ट्रेनी टीचर्स करेंगे जांच
कोरोना काल के बाद बच्चों की शिक्षा में होने वाले बदलावों को जानने के लिए सर्वे किया जाएगा…..
कोरोना काल में ऑफलाइन पढ़ाई रुकने से विद्यार्थियों की बौद्धिक दक्षता और क्षमताओं में क्या बदलाव आया, इसका पता लगाया जाएगा। शिक्षा विभाग पूरे प्रदेश में बच्चों की दक्षता को परखने के लिए सर्वे शुरू करेगा। सितंबर से यह सर्वे शुरू कर दिया जाएगा।
सर्वे में 5 साल से 16 साल की उम्र तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा। पूरे प्रदेश में तीन चरणों में यह सर्वे होगा और अलीगढ़ का नंबर तीसरे चरण में आएगा। अलीगढ़ के साथ प्रदेश के 18 जिलों में एक साथ सर्वे शुरू होगा। जिससे कि कोरोना काल के असर का पता लगाया जा सके।
ट्रेनी टीचर्स संभालेंगे जिम्मेदारी
शिक्षा विभाग की माने तो कोरोना काल के दौरान शिक्षा सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। ऑनलाइन पढ़ाई और स्कूल न आने के कारण बच्चों का बौद्धिक विकास रुका है और उनकी दक्षता में भारी गिरावट आई है।
इसी कारण राज्य शैक्षिक अनुसंधान ने सर्वे कराने का निर्णय लिया है। सर्वे की जिम्मेदारी डीएलएड करने वाले प्रशिक्षु शिक्षकों को दी जाएगी। सर्वे में बच्चों से गणित, हिंदी और अंग्रेजी के सवाल पूछे जाएंगे। इसी के आधार पर उनका आंकलन किया जाएगा।
चिन्हित गांवों में चुने जाएंगे 20 घर
हर जिले के हर ब्लाक में सर्वे का काम किया जाएगा। इसमें पहले ब्लाकों के गांवों को चिन्हित किया जाएगा। इसके बाद चिन्हित किए गए गांव में 20-20 घरों को चुना जाएगा। जिसके बाद यहां रहने वाले बच्चों का सर्वे होगा। रैंडम चयन के जरिए बच्चों की शिक्षा से जुड़ा यह सर्वे पूरा होगा।
अलीगढ़ के सभी ब्लॉकों में 30 ग्राम सभाओं की मैपिंग कर की जाएगी। इसमें 9 से 12 सितंबर तक प्रशिक्षण और 13 और 14 सितंबर को सर्वे किया जाएगा। सर्वे के लिए एक ब्लाक में 5 गांव चिन्हित किए जाएंगे। जिसके बाद हर गांव में 20-20 घरों का सर्वे होगा।
सरकारी और निजी स्कूलों के बच्चे होंगे शामिल
छात्र-छात्राओं की बौद्धिक दक्षता को परखने के लिए सरकारी और निजी दोनों तरह के विद्यार्थियों को सर्वे में शामिल किया जाएगा। इससे कोरोना काल के असर का पता चलेगा और इसकी एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसके बाद यह रिपोर्ट निदेशालय और शासन को भेजी जाएगी।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान ने वर्ष 2005 से 2014 तक यह सर्वे हर साल कराया गया। उसके बाद 2018 में यह सर्वे कराया गया था। कोरोना काल के दौरान 2020 तक यह सर्वे नहीं हो सका। उसके बाद पिछले साल 2021 में फोन पर बात करके यह सर्वे पूरा किया गया। अब ऑफलाइन तरीके से सत्यता परखी जाएगी।
तीसरे चरण में शामिल हैं 19 जिले
शिक्षा विभाग ने इस सर्वे को पूरा करने के लिए एनजीओ संस्थान की सहायता ली है। प्रथम संस्था के समन्वयक राजेश दुबे ने बताया कि सर्वे की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं और मास्टर ट्रेनर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसके बाद यह ट्रेनर्स दूसरे शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। प्रदेश में 3 चरण में यह सर्वे पूरा होगा।
तीसरे चरण में अलीगढ़ जिले का नंबर आएगा। तीसरे चरण में अलीगढ़ के साथ मथुरा, आगरा, सहारनपुर, मुजफ्पुरनगर, मेरठ बरेली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर बागपत, बुलंदशहर, बदांयु, अमरोहा, रामपुर, कासगंज और मुरादाबाद जिले में भी यह सर्वे किया जाएगा।