कानपुर : लेखपाल एग्जाम में अरेस्ट कैंडिडेट …?

सवाल पर फफक कर रो पड़ा, बोला- टीचर हूं, अब बच्चों के सामने क्या मुंह दिखाऊंगा…

”PCS, समीक्षा अधिकारी यानी आरओ समेत कई बड़ी परीक्षाओं का प्री पास कर चुका हूं। हर बार सलेक्शन 1 या 2 नंबर से रह जाता है। मुझसे पढ़ाई में कमजोर जिन्हें इमला तक लिखना नहीं आता, सॉल्वर गैंग ने उन्हें समीक्षा अधिकारी समेत कई बड़ी नौकरियों पर भर्ती करा दिया। मुझे लोग ताने देने लगे थे कि तुम बस ऐसे ही पढ़ते रहो…।”

ये कहते हुए लेखपाल परीक्षा में पकड़ा गया प्रयागराज के फूलपुर का जय सिंह पटेल फफक-फफककर रोने लगा। बोला,”मैं खुद टीचर हूं, अब बच्चों के सामने क्या मुंह दिखाऊंगा। मेरा तो सॉल्वर गैंग के सिंडिकेट में फंसकर करियर ही बर्बाद हो गया।

दैनिक भास्कर ने सोमवार को जेल भेजे जाने से पहले जय सिंह से बातचीत की।

 पढ़िए सॉल्वर गैंग के चंगुल में फंसने की उसकी कहानी…

UP लेखपाल भर्ती परीक्षा में स्टेट में 21 सॉल्वर अरेस्ट हुए हैं। सामने आया कि ITI कॉलेज का टीचर सॉल्वर गैंग का सरगना रहा है।

”पेपर इतना आसान था कि चिप तोड़कर फेंकी, फिर भी पकड़ा गया”
“मैं एक प्राइवेट स्कूल का टीचर हूं। कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा हूं। रविवार को गोविंदनगर के माया देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज में पहुंचा। पेपर देखा तो हैरान रह गया। 80% से ज्यादा सवालों के जवाब मुझे आते थे। मैंने चिप तोड़कर टॉयलेट में फेंक दी। यहां मुझसे एक चूक हो गई। ब्लूटूथ डिवाइस मेरी पॉकेट में रह गई। मुझे अंदाजा नहीं था कि STF का छापा पड़ेगा। अचानक कमरे में कुछ लोग आए और चेकिंग करने लगे। मैं कुछ कर पाता। इससे पहले पकड़ा गया।”

”8 से 12 लाख में ठेका, गारंटी के तौर पर ओरिजिनल डॉक्यूमेंट”
जय सिंह ने बताया,”मैं प्रयागराज की एक कोचिंग के तैयारी के दौरान सॉल्वर गैंग के संपर्क में आया था। मुझसे गारंटी के तौर पर हाई स्कूल से लेकर ग्रेजुएशन तक के डॉक्यूमेंट सॉल्वर गैंग ने अपने पास रखवा लिए हैं। मुझे पता है कि नए केस में 1 से 2 लाख रुपए एडवांस भी लिए जाते हैं। ये गैंग दावा करता है कि सभी की नौकरी लग जाएगी, तो तय रकम मिलने के बाद दस्तावेज वापस कर दिया जाएगा। ताकि सलेक्शन होने के बाद अभ्यर्थी मुकर न सके। यहां पटेल बिरादरी होने के चलते, मुझसे डॉक्यूमेंट और एडवांस रकम नहीं ली गई थी।”

परीक्षा से पहले डिवाइस चलाने की ट्रेनिंग
जय सिंह ने बताया, “परीक्षा से 2 दिन पहले सॉल्वर गैंग के एक सदस्य ने फोन किया। फिर मिलने बुलाया। मुझे ब्लूटूथ डिवाइस चलाने की ट्रेनिंग दी। ब्लूटूथ डिवाइस मेरे कान में लगाई, चिप को बनियान में सीने के पास फंसा दिया। इससे आसानी से चिप के जरिए सवाल पूछा जा सके।” पकड़े गए अन्य 6 अभ्यियों ने भी ट्रेनिंग को लेकर यही कहानी पुलिस को सुनाई है।

पिता पैरालाइज्ड और भाई हैं किसान
पकड़े गए अभ्यर्थी जय सिंह पटेल ने बताया, “मेरे पिता किसान हैं, लेकिन पैरालाइज्ड होने के चलते वह अब बिस्तर पर रहते हैं। जबकि अन्य तीन भाई भी खेती-किसानी करने के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। शॉर्टकट के चक्कर में फंसकर मेरा कॅरियर बर्बाद हो गया। मैं जहां पढ़ाता हूं, वहां के छात्र और मेरे परिवार के लोग क्या कहेंगे? अब मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा हूं। छात्रों को इस तरह के सिंडिकेट से बचना चाहिए।”

सॉल्वर गैंग अभ्यर्थियों का मनोबल तोड़कर उनका इस्तेमाल करता है
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले होनहार अभ्यर्थियों का मनोबल कैसे सॉल्वर सिंडिकेट तोड़ रहा है। गिरफ्तार अभ्यर्थी जय सिंह पटेल की कहानी इसकी बानगी है। इससे पहले आपको बता दें कि गोविंदनगर पुलिस ने आईटी एक्ट, परीक्षा में अनुचित साधनों के इस्तेमाल जैसी धाराओं में जय सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है।

कानपुर में नकल करते पकड़े गए थे 6 अभ्यर्थी

  • जय सिंह पटेल, माया देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज गोविंद नगर
  • रणविजय सिंह, प्रयाग विद्या मंदिर कानपुर नगर।
  • जितेंद्र सिंह, आर्य भट्‌ट इंटर कॉलेज कानपुर नगर।
  • रवि कुमार, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज
  • सौरभ को कानपुर नगर से गिरफ्तारी
  • करन कुमार, नवाबगंज के डीपीएस
  • राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा पर एक नजर

अब मेरठ की बात

2018 में पुलिस, अब लेखपाल भर्ती परीक्षा में वही गैंग

मेरठ एसटीएफ ने मुरादाबाद से चार सॉल्वर पकड़े हैं। जिस गैंग ने साल 2018 में UP पुलिस की लिखित परीक्षा में सेंधमारी का प्रयास किया था, उसी गैंग ने इस बार लेखपाल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बैठाए। हरियाणा का नीरज भी पकड़ा गया है। इससे पहले 21 साथियों के साथ जून 2018 में पुलिस भर्ती मामले में STF मेरठ ने गिरफ्तार किया था। वह जेल गया और छूटकर आया तो दोबारा फिर परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने लगा।

ये सभी सॉल्वर मुरादाबाद से अरेस्ट हुए हैं। इनसे पूछताछ करने के बाद जेल भेजा गया है।

पुलिस परीक्षा में 2018 में पकड़ा गया सोनीपत का नीरज
STF ने बताया कि 19 जून 2018 को STF मेरठ ने कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के आनंद विहार पठानपुरा से 22 सॉल्वर गिरफ्तार किए गए। इनके पास से 10 लाख रुपए, 3 गाड़ी, 24 मोबाइल और UP पुलिस की लिखित परीक्षा संबंधी कागजात, अन्य उपकरण बरामद किए गए।

इन 22 लोगों में नीरज निवासी चिनाना, गोहाना जिला सोनीपत, हरियाणा को भी गिरफ्तार किया गया। उसके बाद सभी को जेल भेजा गया था, लेकिन जेल से छूटने के बाद फिर से नीरज सॉल्वर गैंग को जोड़कर काम करने लगा। 31 जुलाई 2022 को STF मेरठ ने मुरादाबाद से नीरज, मोहित निवासी सोनीपत, रविंद्र निवासी सोनीपत और संदीप निवासी तिलवाड़ा-बागपत को गिरफ्तार किया है।

लेखपाल भर्ती परीक्षा में अरेस्ट 21 सॉल्वर पर एक नजर…

31 जुलाई 2022 को उत्तर प्रदेश में 12 मंडलों के 501 केंद्रों पर लेखपाल भर्ती के लिए लिखित परीक्षा थी। इसमें सॉल्वर गैंग ने सेंध लगा दी। 21 लोगों को UP STF ने गिरफ्तार किया है। इनमें मुरादाबाद से 4, लखनऊ से 2, वाराणसी से 4, कानपुर में 6, प्रयागराज से 3, बरेली से 1 और गोंडा से एक सॉल्वर को अरेस्ट किया है।

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