6 लाख दो, JEE मेंस में 20 हजार रैंक पाओ …? बिहार के सॉल्वर गैंग दे रहे ऑफर, NTA के सेंटर पर अच्छी रैंक दिलाने का दावा
NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। JEE मेंस की परीक्षा में बिहार के सेंटर पर सॉल्वर गैंग बड़ी रकम के बदले में बिना एग्जाम दिए बेहतरीन रैंक दिलाने का दावा कर रहे हैं।
कैंडिडेट्स के पास खुलेआम ऐसे ऑफर फोन पर मिल रहे हैं। सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई ऑडियो सामने आए हैं।
स्कोर कार्ड जारी होने के बाद से जारी है घमासान
दरअसल, JEE मेंस सेकंड सीजन रिजल्ट आने के साथ ही सोमवार को दोनों सीजन के बेस पर स्कोर कार्ड भी जारी हो गया। इस बीच बेहतरीन परसेंटाइल स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स में खुशी का माहौल है। वहीं, तमाम ऐसे मेधावी भी हैं, जिनके स्कोर मुफीद नहीं आ सके। बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट भी सामने आए हैं, जिन्होंने NTA पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया पर ऐसे तमाम तरह के आरोप और उसे जस्टिफाई करते हुए स्टूडेंट्स प्रूफ दे रहे हैं। इस बीच सॉल्वर गैंग के सक्रिय होने का भी खुलासा हुआ है। स्टूडेंट्स को पटना में एग्जाम सेंटर देने के लिए कहा गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई कॉल रिकॉर्डिंग, आप खुद पढ़िए
सॉल्वर गैंगः मैम ने आपको कॉल की होगी NIT में एडमिशन के रिगार्डिंग, वहीं से हम बात कर रहे हैं।
कैंडिडेटः कहां से आप बात कर रहे हैं?
सॉल्वर गैंगः हम बक्सर बिहार से हैं..हम लोग NIT में एडमिशन करवाते हैं। आपका सेंटर कहां है? पटना है?
कैंडिडेटः मेरा सेंटर औरंगाबाद गया है?
सॉल्वर गैंगः किस दिन एग्जाम है?
कैंडिडेटः 29th को मेरा एग्जाम है।
सॉल्वर गैंगः हम लोग NIT में एडमिशन कराते हैं। हम लोग आपको रैंक प्रोवाइड कराएंगे, जिससे आपको कॉलेज मिल जाएगा। टॉप टेन NIT में से एडमिशन हो जाएगा।
कैंडिडेटः लेकिन सर, NIT में जो सीट मिलती है, वह तो JEE मेन के जरिए टॉप रैंकर्स को ही मिलती है, ऐसा कैसे हो पाएगा?
सॉल्वर गैंगः JEE मेंस आपका सेंटर औरंगाबाद है, हम औरंगाबाद में काम नहीं करते। अगली बार आप सेंटर चेंज करके पटना डाल दीजिएगा। वहां पटना में हमारा सेंटर मैनेज होता है। वहां उस मैनेज सेंटर में हम लोग IIT गुवाहाटी और अन्य IIT स्टूडेंट्स के जरिए आपका पेपर सॉल्व करवा देंगे। फिर आपकी रैंक आ जाएगी।
कैंडिडेट: इसके लिए कितना चार्ज लगेगा?
सॉल्वर गैंग: 6 लाख में आपको 20 हजार रैंक हम देंगे। आपकी कौन से कैटेगरी से हैं?
कैंडिडेट: जनरल हैं।
सॉल्वर गैंग: आपको CS नहीं मिल पाएगा, पर EC मिल जाएगा। काम से पहले हम आपसे 1 रुपए नहीं लेंगे, जब तक रैंक नहीं आएगा आपसे पैसा नही लेंगे। रिजल्ट आने के बाद एडमिशन लेने से पहले आपको पैसे देने पड़ेंगे। तो क्या आप इंटरेस्टेड हैं?
कैंडिडेटः बिल्कुल..
सॉल्वर गैंगः तो आप इस नंबर पर Hi.. कर दीजिए..मेरा नाम रजनीश है..आपका क्या नाम है?
कैंडिडेटः नरोत्तम
अब इस बातचीत के बाद पढ़िए रिस्पांस शीट को लेकर क्या है चर्चा
एक ही रोल नंबर और नाम के कैंडिडेट के दो अलग-अलग रिस्पांस शीट वायरल हुई हैं। दोनों रिस्पांस शीट में आंसर मार्क्ड में अलग-अलग ऑप्शन दिख रहे हैं। JEE मेंस की परीक्षा दे चुके अंकुर कहते हैं कि NTA के सिस्टम में खेल हो रहा है। हम कई बार आवाज उठा चुके हैं, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। अब यह रिस्पांस शीट सबसे बड़ा प्रूफ है।
सीजन 1 और सीजन 2 के मार्क्स में है बड़ा गैप
JEE मेंस के रिजल्ट में कुछ स्टूडेंट्स के दोनों सीजन के परसेंटाइल स्कोर में बड़ा गैप होने का मामला भी सामने आया है। ऐसे छात्रों का स्कोर कार्ड वायरल हो रहा है। इनमें से पहले सीजन में बेहद कम परसेंटाइल स्कोर हासिल करने वाले कैंडिडेट्स के सेकंड सीजन में 99+ तक का परसेंटाइल स्कोर आया है। अब मेधावी ऐसे स्कोर कार्ड को लेकर परीक्षा पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
NTA पर यह भी लगे यह आरोप
बरेली के सिद्धि विनायक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 26 जुलाई को पहली शिफ्ट में JEE मेंस का एग्जाम देने पहुंचे अविरल महेश्वरी बताते हैं कि सेंटर पर पहुंचा तो वहां कई तकनीकी खामियां नजर आई। पहली बार जब सेंटर पर एंट्री हुई तो वहां लाइट नहीं आ रही थी, सिस्टम्स काम नहीं कर रहे थे और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस नहीं हो पा रहा था।
करीब 20 मिनट इंतजार करने के बाद लाइट आई उसके बाद रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ और सभी कैंडिडेट्स को कंप्यूटर अलॉट किए गए। 40 मिनट तक बिना किसी रूकावट के मैंने परीक्षा दी पर उसके बाद अचानक से मेरा पीसी अपने आप ही स्लीप मोड पर चला गया। लगभग 10 मिनट तक जद्दोजहद करने के बाद टेक्नीशियन की मदद से कंप्यूटर तो ऑन हुआ पर वो समय हमारा वेस्ट हो चुका था।